बाप रे बाप ! सिरोही के इस स्कूल की ऐसी हालत, जोखिम में डालकर होती है पढ़ाई, जानिए कैसे…

सिरोही. जिला मुख्यालय स्थित एक स्कूल का जर्जर भवन बच्चों और शिक्षकों के लिए खतरा बना हुआ है। जयपुर से आए अधिकारियों के दल ने अप्रेल में निरीक्षण किया पर अब तक मरम्मत का बजट स्वीकृत नहीं हो पाया है।
हम बात कर रहे हैं राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय टांकरिया की। यहां की स्थिति ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल भवनों से भी खराब है। बारिश के दिनों में तो कक्षाओं में सांप, बिच्छू व अन्य जीव-जंतु आ जाते हैं। विद्यार्थियों में भी डर बना रहता है। सुबह स्कूल खोलने पर पहले कक्षाओं में देखना पड़ता है। विद्यालय भवन क्षतिग्रस्त होने से छत व दीवारों से चूना गिरता है। विद्यार्थियों व शिक्षकों को कक्षा-कक्ष में बैठने पर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बारिश के दिनों में यहां की स्थिति और भी गंभीर हो जाती है। स्कूल का एक भी कमरा बैठने लायक नहीं रहता है।

हर साल भेजते हैं फोटो
पिछले कई साल से भवन क्षतिग्रस्त है। हर साल क्षतिग्रस्त भवन, जीव-जंतुओं के फोटो उच्च अधिकारियों को भेजते हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल आश्वासन ही मिलता है। जेईएन-एईएन ने बारिश के दिनों में ज्यादा क्षतिग्रस्त कमरों में विद्यार्थियों को नहीं बैठाने की हिदायत दी लेकिन सभी कमरे क्षतिग्रस्त हैं। फाइलें गीली हो जाती हैं। दो-तीन कक्षाएं कम टपकने वाले कमरे में बैठनी पड़ती हैं। शाम ढलते ही स्कूल परिसर में शराबियों को डेरा रहता है। लोग स्कूल परिसर को गंदा भी करते हंै। सुबह शराब की बोतलें व टूटे कांच पड़े रहते हैं।

167 का नामांकन
पहली से आठवीं तक संचालित स्कूल में नामांकन 167 है। इसमें एक संस्था प्रधान, शारीरिक शिक्षक, एक प्रथम लेवल शिक्षक व एक प्रथम लेवल महिला शिक्षक कार्यरत है। दस पद स्वीकृत हैं। गणित, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान व विज्ञान विषय के पद खाली हैं। विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है।

अप्रेल में किया था निरीक्षण
जर्जर भवन का अप्रेल में सचिवालय की टीम ने निरीक्षण भी किया था। शिक्षकों ने बताया कि हर साल उच्च अधिकारियों को अवगत करवाते हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। इस पर समग्र शिक्षा विभाग के अधिकारियों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा। इसके बाद जेईएन, एईएन ने मरम्मत प्रस्ताव बनाकर जयपुर भेज दिया लेकिन अब तक बजट स्वीकृति नहीं मिली है।

&स्कूल भवन क्षतिग्रस्त है। इसको लेकर सचिवालय की टीम के निरीक्षण के बाद जयपुर प्रस्ताव भेजा है। स्वीकृति मिलते ही काम शुरू करवाया जाएगा।
रेणु राठौड़, संस्था प्रधान, टांकरिया स्कूल, सिरोही

वास्तव में हालात खराब
&टांकरिया स्कूल भवन के हालात वास्तव में खराब हैं। क्षतिग्रस्त भवन को लेकर एसएमसी की बैठक में चर्चा हुई थी। भवन मरम्मत समेत अन्य कार्य के लिए प्रस्ताव बनाकर जयपुर भेजा गया है। मेरा प्रयास रहेगा कि कार्य शीघ्र शुरू कर दिया जाए।
मनोज पुरोहित, पार्षद, वार्ड 19, टांकरिया

&भवन क्षतिग्रस्त होने से छत से चूना गिर रहा है। भवन कभी भी गिर सकता है। बड़ा हादसा हो सकता है। हालांकि निर्माण प्रस्ताव भेजा गया है लेकिन अब तक कोई कार्य नहीं हुआ है।
हीरालाल राणा, अध्यक्ष, एसएमसी, टांकरिया



Source: Sirohi News