सिरोही जिले के मंडार थाना क्षेत्र में गत दिनों कस्बे के छोटी पहाड़ी की चट्टानों के बीच गहरी खाई में मिले 12 वर्षीय बालक रोशन के शव के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस के मुताबिक बालक का हत्यारा उसी का चचेरा भाई निकला। आरोपी ने आपसी झगडे का बदला लेने के लिए बालक की हत्या करना कबूल किया है।
उल्लेखनीय है कि करीब पंद्रह दिन पूर्व घर से लापता हुए बालक की गुमशुदगी दर्ज होने के सात दिन बाद छोटी पहाड़ी पर चट्टानों के बीच गहरी खाई में बालक का शव मिला था। परिवार के लोगों ने मृतक के चचेरे भाई मंडार निवासी दीपक उर्फ कालु (25) पुत्र शंकरलाल वागरी पर हत्या करने का संदेह जताया था।
घटना के बाद जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने उप अधीक्षक रूपसिंह इन्दा तथा थाना प्रभारी रविन्द्रपाल सिंह राजपुरोहित को मामले का जल्द पर्दाफाश करने के निर्देश दिए। जिस पर पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर घटना के संबंध में तकनीकी साक्ष्य संकलित कर घटना कारित करने वाले संभावित व्यक्ति के बारे में जानकारी प्राप्त कर कथित व्यक्ति की गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाकर तलाश शुरू की। पुलिस ने बुधवार देर शाम आरोपी को दस्तयाब कर गहनता से पूछताछ की तो उसने बालक की हत्या करना स्वीकार कर लिया, जिस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
पारिवारिक झगड़े का बदला लेने को बालक की ली जान
थाना प्रभारी राजपुरोहित ने बताया कि मृतक बालक, आरोपी दीपक के सगे काका का लड़का था। दीपक ने पारिवारिक झगडे का बदला लेने की नियत से बालक रोशन की हत्या कर दी। मृतक बालक रोशन गत 14 मार्च को घर से किश्त भरने गया था। उस दौरान दीपक भी उसके साथ में था।
आरोपी उसे बहला-फुसला कर सुनसान जगह छोटी पहाड़ी पर ले गया। जहां दीपक ने पहले तो शराब पी और बाद में खाली बोतल से बालक रोशन के सिर पर वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद बालक के शव को चट्टानों के बीच खाई में डाल दिया। रोशन के घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने उसी तलाश शुरू की।
परिजनों के साथ खुद भी तलाश करता रहा
उस दौरान आरोपी दीपक भी बालक की तलाश में इधर-उधर घूमता रहा। जब उसे थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराने की जानकारी मिली तो दूसरे दिन सुबह ही वह घर से फरार हो गया। जिससे पुलिस का शक गहरा गया। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य व मुखबिर तंत्र की सहायता से दस्तयाब किया। पुलिस ने बालक रोशन के हत्यारे मंडार निवासी दीपक उर्फ कालु पुत्र शंकरलाल वागरी को गिरफ्तार किया।
इस टीम ने खोला हत्या का राज
इस मर्डर का खुलासा करने में थाना प्रभारी रविन्द्रपाल सिंह राजपुरोहित के साथ एएसआई उदाराम विश्नोई, हेड कांस्टेबल गणेशराम, चुनाराम, कुलदीप सिंह भाटी, मोडाराम, हनुमानराम विश्नोई की टीम का सहयोग रहा।
Source: Sirohi News