7वीं कक्षा की बालिका ने बच्चे को दिया जन्म, बाल कल्याण समिति ने शिशु काे लिया संरक्षण में, पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज

सिरोही जिले के आबूरोड क्षेत्र में 7वीं कक्षा में पढ़ रही 12 वर्ष की नाबालिग बालिका के एक बच्चे को जन्म देने का हैरान करने वाला मामला सामने आने के बाद जिला बाल कल्याण समिति सिरोही ने मौके पर जाकर घटना की जानकारी ली तो हैवानियत की हद पार करने का मामला सामने आया है।

बाल कल्याण समिति सदस्यों के मुताबिक पड़ौसी की ओर से बालिका के साथ हैवानियत करने की बात सामने आ रही है, लेकिन पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। थाना पुलिस अभी तक इस मामले में कुछ भी बताने से साफ बच रही है। पुलिस का कहना है कि मामले में पॉक्सो में मामला दर्ज कर लिया है और अनुसंधान जारी है। जांच के बाद ही असली आरोपी का पता चल सकेगा।

अस्पताल लेकर गए तो गर्भवती होने का पता चला, बालिका ने बच्चे को दिया जन्म
उल्लेखनीय है कि आबूरोड क्षेत्र में 7वीं कक्षा में पढ़ रही 12 वर्ष की नाबालिग बालिका के पेट में दर्द की शिकायत होने पर अस्पताल ले जाने पर बालिका के गर्भवती होने का पता लगा, जिस पर गत दिनों बालिका ने बच्चे को जन्म दिया। फिलहाल पीडि़ता को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस ने मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

समिति ने बालिका का किया पुनर्वास
पीडि़त नाबालिग के एक बच्चे को जन्म देने की घटना के बाद जिला बाल कल्याण समिति सिरोही की टीम आबूरोड के एक अस्पताल में पहुंची और घटना की जानकारी ली। इसके बाद समिति ने बालिका का परिजनों के साथ पुनर्वास किया। समिति अध्यक्ष रतन बाफना, सदस्य प्रकाश माली, उमाराम देवासी व सहायक निदेशक राजेन्द्र कुमार पुरोहित मौके पर पहुंचे व थानाधिकारी से घटनाक्रम की जानकारी ली। समिति ने मौके पर पहुंच कर पीडि़ता का मौके पर ही परिजनों के साथ पुनर्वास किया। अपराध से जन्म दिए शिशु के बारे में चिकित्सकों से जानकारी ली। जिस पर चिकित्सकों ने नाबालिग बालिका व शिशु दोनों सुरक्षित बताए। चिकित्सकों से चर्चा कर शिशु को बाल कल्याण समिति ने संरक्षण में लेकर चिकित्सकों को उचित इलाज के निर्देश दिए। साथ ही थानाधिकारी को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।

शिशु को लिया संरक्षण में, पुलिस जाब्ता तैनात
थानाधिकारी ने समिति को बताया कि नाबालिग व उसके शिशु की सुरक्षा में पुलिस जाब्ता मय महिला कांस्टेबल तैनात किया गया हैं। इधर, बाल कल्याण समिति ने नाबालिग पीडि़ता का परिवार के साथ पुनर्वास कर नाबालिग शिशु को अपने संरक्षण में ले लिया है। सिरोही मुख्य चिकित्सा अधिकारी से चर्चा कर बच्चे को सिरोही में चिकित्सालय की गहन चिकित्सा इकाइ में रखने के निर्देश दिए हैं।

समिति की आमजन से अपील, बच्चों का रखें ध्यान
समिति सदस्य प्रकाश माली सहित समिति की ओर से अभिभावकों से अपने बच्चों पर पूरा ध्यान केंद्रित करने की अपील की है। उनका कहना है कि वर्तमान में लैंगिक अपराध की घटनाएं अधिकतर परिचित व पड़ौसियों द्वारा करने के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। ऐसे में सभी को सतर्क रहना आवश्यक है।

मामले में कुछ भी बताने से बच रही पुलिस
इधर, इस हैरान करने वाली घटना सामने आने के बाद थाना पुलिस कुछ भी बताने से साफ इनकार कर रही है। हालांकि बालिका के साथ हैवानियत की घटना हुई है, लेकिन इसमें आरोपी कौन है, इसका अभी तक खुलासा नहीं हो सका है, ना ही आरोपी की गिरफ्तारी हुई है।



Source: Sirohi News