सिरोही। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो सिरोही की टीम ने सोमवार देर कार्रवाई कर जिस एसएचओ को डेढ लाख की घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा है, उसका वहां से एक दिन पहले ही तबादला हो गया था, इसके बाद भी परिवादी को बुलाकर घूस की राशि ले ली। मामला अवैध शराब तस्करी से जुड़ा है। एसीबी की टीम ने एसएचओ के साथ ही थाने के एक हैड कांस्टेबल को भी गिरफ्तार किया है। दोनों से पूछताछ के बाद एसीबी कोर्ट में पेश किया गया। उल्लेखनीय है कि सिरोही एसीबी की टीम ने जालोर जिले के करड़ा पुलिस थाने के एसएचओ अमरसिंह व हैड कांस्टेबल प्रतापाराम को डेढ़ लाख की घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा है। पकड़े गए एसएचओ का एक दिन पहले जालोर जिले से सिरोही जिले में तबादला हो गया था, लेकिन तबादले के बाद भी उसने परिवादी को बुलाकर घूस ले ली और रंगे हाथ धरा गया।
एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी ने बताया थाना पुलिस ने कुछ दिन पहले आबकारी अधिनियम के पिकअप से अवैध शराब पकड़ी थी। उस मामले में वाहन मालिक को आरोपी नहीं बनाने और चालक के साथ मारपीट नहीं करने के एवज में एसएचओ अमरसिंह एवं हैड कांस्टेबल प्रतापाराम ने 1 लाख 80 हजार रुपए की घूस मांगी थी। घूस नहीं देने पर आरोपियों की ओर से परिवादी को परेशान किया जा रहा था। इस पर वलदरा सिरोही निवासी परिवादी ने एसीबी के टोल फ्री हैल्प लाइन नंबर 1064 पर शिकायत कर दी। जिस पर एसीबी जोधपुर के उप महानिरीक्षक हरेन्द्र महावर के सुपरविजन में एसीबी सिरोही इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश चौधरी के नेतृत्व में एसीबी की टीम ने शिकायत का सत्यापन किया और फिर सोमवार देर रात को पुलिस निरीक्षक पदमपाल सिंह एवं अन्य के साथ जाल बिछाकर ट्रेप की कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान एसीबी की टीम ने करड़ा एसएचओ अमरसिंह पुत्र अचल सिंह, निवासी ग्राम चाणोद, पुलिस थाना तखतगढ़, जिला पाली व हैड कांस्टेबल प्रतापाराम पुत्र मूलाराम, निवासी वाडा भाडवी, पुलिस थाना बागोड़ा जिला जालोर को परिवादी से 1 लाख 50 हजार रुपए की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
एसीबी के महानिरीक्षक पुलिस सवाई सिंह गोदारा के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ की गई और इसके बाद टीम आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के लिए पाली के लिए रवाना हो गई। एसीबी की टीम दोनों आरोपियों के आवास व अन्य ठिकानोंं पर भी तलाशी ले रही है।
डेढ लाख में तय हुआ सौदा
एसीबी एएसपी ओमप्रकाश चौधरी ने बताया कि करड़ा थाना पुलिस ने पिछले दिनों वलदरा सिरोही निवासी एक पिकअप चालक को गाड़ी में शराब के साथ पकड़ा था। उस मामले में चालक को गिरफ्तार कर लिया था। बाद में पिकअप मालिक को बचाने और चालक के साथ मारपीट नहीं करने के एवज में एसएचओ अमरसिंह व हैड कांस्टेबल प्रतापराम ने 1 लाख 80 हजार रुपए की घूस मांगी थी। बाद में डेढ लाख में सौदा तय हुआ। बार बार परेशान करने पर परिवादी ने एसीबी में शिकायत की। जिस पर एसीबी की टीम ने सत्यापन के बाद जाल बिछाकर कार्रवाई को अंजाम दिया।
सुबह सत्यापन, रात को कार्रवाई को दिया अंजाम
एसीबी के एएसपी चौधरी ने बताया कि शिकायत के बाद एसीबी की टीम ने सोमवार सुबह शिकायत का सत्यापन किया। इसके बाद टीम ने रात को करीब 9.30 बजे कार्रवाई को अंजाम दिया। एसीबी टीम की कार्रवाई देर रात तक जारी रही। जैसे ही परिवादी ने राशि दी, एसीबी की टीम ने थानाधिकारी व हैड कांस्टेबल को पकड़ लिया।
टोल फ्री नम्बर पर कर सकते हैं शिकायत
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी (अतिरिक्त
चार्ज महानिदेशक) ने लोगों से अपील की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के टोल -फ्री हैल्पलाईन नं. 1064 एवं वाट्सएप हैल्पलाईन नम्बर 94135-02834 पर किसी भी समय सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध शिकायत कर सकते है।
तबादले के बाद भी ली घूस
चुनाव आयोग के निर्देशानुसार विगत चार साल में तीन साल तक एक ही जिले में पूर्ण करने पर पुलिस महानिरीक्षक रेंज जोधपुर की ओर से नौ जुलाई को 27 पुलिस निरीक्षकों की तबादला सूची जारी की गई थी। इस सूची में करड़ा थानाधिकारी अमरसिंह का तबादला जालोर से सिरोही जिले में किया गया था। एसएचओ ने रिलीव होने से पहले परिवादी से घूस की राशि ले ली और रंगे हाथ धरा गया।
Source: Sirohi News