महिला ने फेसबुक पर दोस्ती गांठ ऑनलाइन 12 लाख ठगे, गैंग के 6 आरोपी गिरफ्तार

सिरोही जिले की पिंडवाड़ा पुलिस ने महिलाओं के जरिए फेसबुक व वाटसएप पर दोस्ती गांठकर गिफ्ट देने के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाली नाइजीरियन गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने 12 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के तार नाइजीरिया से जुड़े हुए थे। जो दिल्ली नोएडा से संचालित कर ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। पुलिस इस मामले में पड़ताल करने में जुटी है।

जानकारी के अनुसार 23 सितंबर पिण्डवाड़ा निवासी एक जने ने थाने में रिपोर्ट दी कि उसकी सोशल मीडिया पर एक महिला से बातचीत होती रही। उसने बताया कि महिला ने उसकी बेटी के जन्मदिन पर गिफ्ट का पार्सल अनाथ बच्चों की मदद के लिए भेलने की बात कही। जिसे पोस्टेज चार्ज देकर छुड़ाने का कहकर उसके साथ कुल 12 लाख 73 हजार रूपयों की ऑनलाइन ठगी कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की।

पुलिस अधीक्षक सिरोही ममता गुप्ता ने साइबर की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पिंडवाड़ा थानाधिकारी चम्पाराम बारड़ निर्देशन में एसआई भंवरलाल, कांस्टेबल रमेश कुमार, साइबर सेल सिरोही हेड कांस्टेबल कसनाराम, कांस्टेबल फतेह दान, ऋषिकेश, प्रवीण सिंह, दिलीप कुमार की विशेष टीम का गठन किया। टीम ने पड़ताल की तो जानकारी मिली कि उक्त वारदात नाइजीरियन गैंग की ओर से अंजाम दी गई। जिनका संचालन दिल्ली नोयडा से हो रहा है।

इनको किया गिरफ्तार:
टीम ने दिल्ली व नोयडा में दबिश देकर राजूसिंह ऊर्फ मच्छु पुत्र महेन्द्रसिंह ठाकुर, निवासी बरीपुरा पुथा बजीरगंज जिला बदायू उत्तरप्रदेश, प्रशांतसिंह पुत्र महीपालसिंह ठाकुर निवासी बरीपुरा पुथा बजीरगंज जिला बदायू उत्तरप्रदेश, देवव्रत प्रतापसिंह पुत्र प्रमोदसिंह ठाकुर निवासी अजबपुर पुथा बड़पुरा जिला इटावा उत्तरप्रदेश, राहुल कुमार पुत्र सत्येन्द्र शर्मा नाई निवासी ग्राम कुमरावा मुधा दीपनगर जिला नालंदा बिहार हाल गाजियाबाद, सुमंत कुमार पुत्र विनोद कुमार शर्मा निवासी भोजपुर पुथाना सराय रंजन जिला समस्तीपुर बिहार हाल गाजियाबाद, दीपक कुमार पुत्र विजय सहाय गुप्ता निवासी कोसियर पृथा सहार जिला आरा को गिरफ्तार किया।

पूछताछ में सामने आया कि आरोपी नाइजीरियन जो अपने सहयोगी दिल्ली नोयडा के लोगों से सम्पर्क कर अपने आधार कार्ड पर अंकित पता फर्जी तरीके से बदलवा कर एक व्यक्ति के अलग अलग बैंकों में खाते खुलवाकर खाताधारक के खाते में अपने मोबाइल नंबर लिंक करवा कर लेते। खाते से एटीएम व खाता नंबर प्राप्त कर नाइजीरियन को उक्त खाता नंबर दिए जाते। बाद में नाइजीरियन की ओर से सोशल मीडिया पर महंगे गिफ्ट भेजने का लालच देकर लोगों से खातों में पैसे जमा करवा कर ऑनलाइन ठगी करते थे।



Source: Sirohi News