कुरियर बनकर आए, चाकू से डरा धमकाकर लूट ले गए लाखों के आभूषण

सिरोही जिले के शिवगंज शहर के सबसे पॉश कॉलोनियों में से एक सुभाष नगर क्षेत्र में सोमवार की देर शाम कुरियर बॉय बनकर आए दो लूटेरों ने एक महिला काे पहले चाकू की नौंक पर धमकाकर उसके मुंह पर स्प्रे कर उसे बेहोश कर घर में रखा करीब 400 ग्राम सोने के आभूषण जिसकी बाजार कीमत करीब 25 लाख रूपए है और करीब 3 लाख 90 हजार रुपए लूट फरार हो गए थे। इस मामले में पुलिस की जांच अभी भी नौ दिन चले अढाई कोस की कहावत को ही चरितार्थ कर रही है। घटना के 48 घंटे बीतने आए है पुलिस की जांच अभी भी सीसीटीवी खंगालने तक ही सीमित होकर रह गई है।
गौरतलब है कि सोमवार की देर शाम करीब पौने आठ और पौने नौ बजे के बीच सुभाष नगर की गली में निवास करने वाले ओटाजी चुन्नीलाल फर्म के मालिक हंसमुख जैन के घर दो लुटेरे कुरियर बॉय बनकर पहुंचे और उनकी पत्नी जुगनू जो उस समय घर पर अकेली थी। लूटेरों ने उसे घर के भीतर धक्का देकर उसे बालों से पकड घसीटते हुए भीतर ले गए और चाकु दिखाकर अलमारियों की चाबियां ले ली। लूटेरों ने चाबियां लेने के बाद उसे स्प्रे कर बेहोश कर अलमारी में रखे करीब 400 ग्राम सोने के आभूषण जिसकी बाजार में कीमत करीब 25 लाख रूपए होती है वह और अंदर रखे 3 लाख 90 हजार रूपए बेग में भर कर फरार हो गए।

पुलिस अधीक्षक ने भी किया मौका मुआयना

घटना के बाद बुधवार की सुबह पुलिस अधीक्षक शिवगंज पहुंचे तथा पुलिस अधिकारियों के साथ मौका मुआयना कर पीडिता से घटना की जानकारी ली। बाद में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
घटना के 48 घ्ंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद से शहर में भय का माहौल बना हुआ है। पुलिस मामले का राजफाश करने को लेकर कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस की जांच अभी तक सीसीटीवी खंगालने तक ही सिमटी हुई है। इस बारे में स्थानीय पुलिस अधिकारी भी अभी तक कुछ खास नहीं बता पा रहे है।

फेरी वालों की थाने में नहीं है सूची

गौरतलब है कि इस दिनों शहर में ऐसे कई फेरी वाले भी घुम रहे है, जो कोई न कोई सामान बेचने के लिए गली गली घुम रहे है। ये लोग कौन है और कहां से आए है इसके बारे में पुलिस को भी पुख्ता जानकारी नहीं है। पुलिस भी इस प्रकार के लोगों के बारे में पता करने को लेकर कुछ खास रूचि नहीं दिखा रही है। यहीं वजह है कि पुलिस थाने में इस प्रकार के लोगों का कोई रिकॉर्ड नहीं है कि ये लोग कहां से आते है, आगे कहां जाएंगे और शहर के कहां ठहरे हुए है। इनमें से कोई अपराधिक पृष्ठ भूमि का तो नहीं है।



Source: Sirohi News