school education in rajasthanसिरोही/मंडार. सरकार ने सरकारी स्कूलों को क्रमोन्नत तो कर दिया, लेकिन ना भवनों की पर्याप्त व्यवस्था की और ना पढ़ाने के लिए शिक्षकों की। सरकारी दावों के विपरीत आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में कई विद्यालय ऐसे है, जो शिक्षकों तथा कमरों की कमी से जूझ रहे है। ऐसा ही एक विद्यालय सिरोही जिले में रेवदर उपखंड के गुंडवाड़ा पंचायत के रामपुरा पी. का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय है, जो क्रमोन्नत होने के बाद से ही शिक्षकों तथा कक्षाकक्षों की कमी से जूझ रहा है। इसका नजीता यह रहा कि क्रमोन्नत होने के बाद पहले ही सत्र में 10वीं बोर्ड में सभी विद्यार्थी फेल हो गए, जिससे परीक्षा परिणाम शून्य रहा।
वर्तमान में विद्यालय में 199 बालक-बालिकाएं अध्ययनरत है। जो रामपुरा के अलावा जामठा, कोटड़ा, देरली खेड़ा, जुआदरा तथा बड़ेची से पढऩे आते है। विद्यालय में प्रबोधक को कार्यवाहक प्रधानाचार्य का प्रभार दे रखा है। विद्यालय में प्रधानाचार्य, सहित व्याख्याताओं, वरिष्ठ अध्यापकों तथा शारीरिक शिक्षक के पद रिक्त है। दस कक्षाओं को पढ़ाने के लिए एक शिक्षिका सहित छह शिक्षक है जो कि थर्ड ग्रेड के प्रथम तथा सैकण्ड लेवल के अध्यापक है, उसमें भी शिक्षिका अवकाश पर है। एक भी विषयाध्यापक नहीं है।
पहले साल 10वी बोर्ड में 6 बच्चे, सभी फेल, परिणाम रहा शून्य
रामपुरा पी. का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय वर्ष 2022 में क्रमोन्नत हुआ था। क्रमोन्नति के पहले सत्र में विद्यालय में 10वीं बोर्ड में 6 विद्यार्थी थे, जो परीक्षा में सभी फेल हो गए। अब इस सत्र में 10वीं बोर्ड में 11 विद्यार्थी अध्ययनरत है। अभी भी स्कूल में शिक्षक नहीं लगाए गए। स्कूल में विज्ञान तथा गणित के अध्यापक को 2019 से बीएलओ का चार्ज दे रखा है। जिससे शिक्षण में बाधा आ रही है। सरकार ने विद्यालय को क्रमोन्नत तो कर दिया, लेकिन स्टाफ अभी तक नहीं लगाया। शिक्षण के अभाव में इस साल कक्षा दसवीं का परिणाम शून्य रहा है। हिंदी, भूगोल तथा राजनीति विषय भी है लेकिन, पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं है।
आठ में से पांच कमरे जर्जर, छत से टपकता है पानी
विद्यालय पिछले साल क्रमोन्नत हुआ था। इसके बाद भी ना कक्षाकक्षों और ना शिक्षकों की पूर्ति की गई। कक्षा कक्षों का भारी टोटा है। आठ में से पांच कमरे जर्जर हालत में है। कुछ जगह छत से पानी टपकता है। पोषाहार बनाने के कमरे की टीनशेड जर्जर होने से उसमें भी पानी टपकता है। गांव के निवासी मुकेश रामपुरा, राजूराम कोली, सुरेश कुमार कोली, माधाराम कोली ने बताया कई बार रेवदर जाकर अवगत करवाया है।
सात दिन पूर्व भी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को लिखित में अवगत करवाया है, लेकिन ना तो जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे है और न ही शिक्षा विभाग के अधिकारी। विद्यालय में अध्यापकों तथा कमरों की कमी है। एक साल पूर्व क्रमोन्नत हुआ है। विद्यालय से कई बार लिखा गया है। अध्यापकों ने स्वयं के खर्च से विद्यालय में रंग रोगन तथा पेंटिंग करवाई है। बात सत्य है इस बार दसवीं का परिणाम शून्य प्रतिशत आया है।
रामपुरा पी विद्यालय गत सत्र में क्रमोन्नत हुआ था। प्रधानाचार्य, व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापकों के पद रिक्त है। अध्यापकों की भर्ती की प्रक्रिया जारी है। इस सत्र से शिक्षण की वैकल्पिक व्यवस्था कर परिणाम को सुधारने का पूरा प्रयास किया जाएगा। कक्षा-कक्षों के लिए प्रपोजल भिजवाया गया है।—–पूनम सिंह सोलंकी, एसीबीओ रेवदर।
Source: Sirohi News