जोधपुर के जेएनवीयू गैंगरेप मामले में विधायक का पुतला जलाने की बात पर मचा बवाल

JNVU gangrape caseसिरोही। जोधपुर के जेएनवीयू परिसर में एक नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप के मामले को लेकर एबीवीपी की ओर से जिले के शिवगंज में महाविद्यालय के बाहर प्रस्तावित धरना-प्रदर्शन के दौरान विधायक का पुतला जलाने के मामले को लेकर एबीवीपी एवं एनएसयूआई के कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए। दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झडप को देखते हुए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर तहसील परिसर में भारी पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया। किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हो, इसके लिए प्रशासन ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को पुतला नहीं जलाने दिया और पुतले को अपने कब्जे में ले लिया, लेकिन कार्यकर्ता पुतला जलाने की जिद पर अड़े रहे। हालांकि पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी काफी देर तक इन कार्यकर्ताओं से समझाइश करते रहे, बावजूद इसके कुछ कार्यकर्ताओं ने धरने से बाहर निकल दूसरे स्थान पर जाकर प्रतिकात्मक पुतला तैयार कर क्रांति चौराहे पर उसे जला दिया।

जानकारी के अनुसार जोधपुर गैंगरेप के मामले में दोषी आरोपियों को फांसी की सजा दिलवाने की मांग को लेकर शुक्रवार को एबीवीपी का धरना-प्रदर्शन प्रस्तावित था। पहले इन कार्यकर्ताओं का महाविद्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर प्राचार्य को ज्ञापन देने का निर्णय था। जिसके चलते प्रशासन ने भी सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध नहीं किए थे। महाविद्यालय के बाहर एबीवीपी कार्यकर्ताओं का धरना शुरू होने के बाद कुछ देर तक तो कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे। इसके बाद सभी उपखंड कार्यालय के लिए रवाना हो गए। उस समय तक प्रशासन को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि इन कार्यकर्ताओं का विधायक का पुतला जलाने का कार्यक्रम भी है।

एनएसयूआई कार्यकर्ता भी पहुंचे उपखंड कार्यालय

इस बीच जब विधायक का पुतला जलाने के कार्यक्रम की जानकारी एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को मिली तो वे भी उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचे तथा इसका विरोध शुरू कर दिया। देखते ही देखते दोनों संगठनों के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए एक दूसरे के सामने हो गए। अचानक हुए इस घटनाक्रम से प्रशासन में भी हडकंप मच गया। मामला बढ़ता देख तहसीलदार नीरज कुमारी सहित अन्य अधिकारियों ने दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन एनएसयूआई के कार्यकर्ता पुतला नहीं जलाने देने की मांग पर अडे रहे।

इधर, एबीवीपी के कार्यकर्ता ओं का कहना था कि वे पुतला अवश्य जलाएंगे। दोनों संगठनों के बीच विवाद बढता देख पुलिस ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं की ओर से अपने साथ लाए पुतले को जब्त कर पुलिस वाहन में रखवा दिया। जिससे एबीवीपी कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए।

तैनात करना पड़ा भारी जाब्ता
दोनों संगठनों के बीच बढते विवाद के बीच एहतियात के तौर पर पुलिस प्रशासन ने कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पालड़ी एम तथा सिरोही सदर थाने से पुलिस जाब्ता तथा पालड़ी व सिरोही एसएसओ को भी मौके पर बुलाया गया।

कार्यकर्ताओं ने जला दिया प्रतिकात्मक पुतला

इस घटनाक्रम के बीच पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी एबीवीपी कार्यकर्ताओं से समझाइश का प्रयास कर ही रहे थे, तभी धरना स्थल से सात आठ कार्यकर्ता उठकर बाहर निकल गए। ये कार्यकर्ता सीधे केरलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे तथा वहां दूसरा पुतला तैयार कर लिया। पुलिस व प्रशासन कुछ समझ पाता उससे पहले ही इन कार्यकर्ताओं ने पुतले को क्रांति चौराहे पर लाकर नारेबाजी करते हुए उसे आग के हवाले कर दिया। इसके बाद तहसील में बैठे सभी कार्यकर्ता भी धरना खत्म कर वहां से चले गए।



Source: Sirohi News