बिपरजॉय तूफान व बारिश ने बिजली निगम, सड़कों, लोगों के कच्चे-पक्के आशियानों को लाखों का नुकसान पहुंचाने के साथ ही फसलें तबाह करने से किसानों की भी कमर तोड़ दी है। जिले की रेवदर तहसील क्षेत्र में तो तूफान-बारिश ने कई किसानों को बर्बाद कर दिया। ऐसे में लगातार आपदा की मार झेलते आ रहे किसान इस बार फिर से कर्ज में डूबने के कगार पर पहुंच गए हैं। जिले के रेवदर क्षेत्र में फसलों को और शिवगंज इलाके में बागवानी फसलों को अधिक नुकसान हुआ है। हालांकि कृषि विभाग की ओर से किए गए सर्वे में रेवदर तहसील क्षेत्र में मूंगफली में 5 से 12 प्रतिशत और बाजरे में 10 से 20 प्रतिशत नुकसान का आंकलन किया गया है। जबकि किसानों की मानें तो फसलों में 50 से 60 फीसदी तक नुकसान हुआ है। जिसमें रायपुर, पीथापुरा, सोरडा, बांट, जेतावाला सहित आसपास के गांवों में अधिक नुकसान हुआ है। यहां फसलें तबाह हो गई। ऐसे में लागत भी नहीं निकलने से किसान चिंता में है। उनको अब सरकार से मुआवजे की आस है।
किसान बोले, फसलें तबाह होने से कर्ज में डूब गए, सरकार से मुआवजे की आस है। गुजरात सीमा से सटे रेवदर क्षेत्र के गांवों में अधिक नुकसान हुआ है। यहां तूफानी बारिश से खेतों में पानी भरने से कटी पड़ी फसलें तबाह हो गई। जिससे किसान मायूस नजर आ रहे है। हडमतिया निवासी किसान दुर्गाराम रावल, रायपुर के किसान प्रतापराम कोली व खंगारसिंह बडवज का कहना है कि इस बार फसल से काफी उम्मीदें थी, लेकिन तूफान व बारिश ने मेहनत पर पानी फेर दिया। जिससे किसान कर्ज में डूब गए। किसानों का कहना है कि क्षेत्र में कई जगह 50 से 60 फीसदी तक नुकसान हुआ है।
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बागवानी फसलों में 15 से 20 फीसदी नुकसान
जिले में तूफान व बारिश से बागवानी फसलों व सब्जियों में भी काफी नुकसान हुआ है। शिवगंज क्षेत्र में नींबू व पपीता की फसल चौपट हो गई। शिवगंज के उथमण, पोसालिया, रूखाडा़, अरठवाड़ा सहित आसपास क्षेत्र में नींबू व पपीता, सिरोही में नींबू और रेवदर क्षेत्र में भी पपीता की फसल को नुकसान हुआ है। कई जगह नींबू के फलों से लदे पेड़ आड़े गिर गए, और फल झड़ गए। उद्यानिकी विभाग के सहायक निदेशक हेमराज मीणा के मुताबिक प्राथमिक तौर पर बागवानी फसलों में करीब 15 से 20 फीसदी नुकसान हुआ है। हालांकि विभाग की ओर से सर्वे कराया जा रहा है, जो कि सोमवार तक पूरा हो सकेगा।
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575 हैक्टेयर में बाजरा व 333 हैक्टेयर में मूंगफली का खराबा
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक संजय तनेजा के मुताबिक तूफानी बारिश से रेवदर तहसील में अधिक नुकसान हुआ है। रेवदर क्षेत्र में इस बार 3851 हैक्टेयर क्षेत्र में बाजरा व 2794 हैक्टेयर में मूंगफली बोई गई थी। जिसमें 575 हैक्टेयर में बाजरा व 333 हैक्टेयर में मूंगफली की फसल प्रभावित हुई है। ऐसे में बाजरा में 10 से 20 प्रतिशत और मूंगफली में 5 से 12 प्रतिशत खराबा हुआ है। तनेजा ने बताया कि जायद में बोई गई बाजरा की लगभग 60 से 70 प्रतिशत फसल की कटाई हो चुकी हैं एवं जायदा मूंगफली की फसल 20 से 25 प्रतिशत काटी जा चुकी है। ऐसे में खेतों में काट कर सूखने के लिए रखी गई फसलों में नुकसान हुआ है।
Source: Sirohi News