पेपर लीक के आरोपी अनिल मीणा को पदोन्नत करने के मामले में तीन अधिकारी निलम्बित

सिरोही. राज्य सरकार ने पेपर लीक के मास्टर माइंड अनिल कुमार मीणा उर्फ शेरसिंह को बर्खास्त करने व जेल में बंद होने के बावजूद पदोन्नति आदेश जारी करने के मामले में माध्यमिक शिक्षा निदेशक को एपीओ करने के बाद शिक्षा विभाग के तीन अधिकारियों को निलम्बित कर दिया है। इनमें पेपर लीक के आरोपी वाइस प्रिंसिपल अनिल मीणा के पदस्थापन वाले स्कूल सिरोही जिले के महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भावरी सरुपगंज के कार्यवाहक प्रधानाचार्य हरीश परमार और दो अधिकारी बीकानेर से है, जिनको निलम्बित किया गया है। हालांकि कार्मिक विभाग ने दो दिन पहले शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल को एपीओ किए जाने का कारण नहीं लिखा था, लेकिन उक्त तीनों अधिकारियों को आरोपी अनिल मीणा के पदोन्नति आदेश में हुई त्रुटी के लिए प्रथमदृष्टया उत्तरदायी माना है।

राजस्थान पत्रिका ने उजागर किया था मामलाउल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका ने 28 मई के अंक में पेपर लीक के आरोपी शेरसिंह को बर्खास्त करने के बाद भी विभाग ने किया पदोन्नत शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित कर मामले को उजागर किया था। पेपर लीक के आरोपी अनिल मीणा को पदोन्नत करने से सरकार की किरकिरी भी हुई है। पत्रिका की खबर के बाद सरकार ने यह कार्रवाई की है।

इनको किया निलम्बितपत्रिका की खबर के बाद सरकार ने प्रीति जालोपिया अनुभाग अधिकारी विभागीय जांच, संदीप जैन अनुभाग अधिकारी संस्थापन एबी सेक्शन एवं महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भावरी, सिरोही के कार्यवाहक प्रधानाचार्य हरीश परमार को निलम्बित कर दिया है। आदेशों में अनिल मीणा को उप प्राचार्य से प्रधानाचार्य के पद पर पदोन्नति आदेश जारी करने में हुई त्रुटि के लिए प्रथमदृष्टया तीनों अधिकारियों को राजकीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही व उदासीनता बरतने के लिए उत्तरदायी माना है। आदेश के तहत उपरोक्त अधिकारियों का निलम्बनकाल में मुख्यालय संयुक्त निदेशक, स्कूल शिक्षा विभाग जयपुर रहेगा।

इनका कहना है

मैं इस बारे में कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हूं और न मैं कुछ आगे बोलना चाहता हूं।

हरीश परमार, निलंबित कार्यवाहक प्रिंसिपल, विद्यालय, भावरी, सिरोही

मैं महाराष्ट्र में हूं, बाद में बात करूंगी।

गंगा कलावंत, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सिरोही



Source: Sirohi News