राजस्थान के इस जिले में तीन साल में 71 हादसे, 66 लोगों की गई जान

भरत कुमार प्रजापत

सिरोही. पुलिस मुख्यालय की ओर से सडक़ हादसे और उनमें मौतों की संख्या को कम से कम करने को लेकर काम किया जा रहा है। इसको लेकर यातायात नियमों की पालना सहित ब्लैक स्पॉट खत्म करने के निर्देश दिए गए हैं। स्थिति देखतें तो जिले में पांच ब्लैक स्पॉट है, जो जानलेवा बने हुए हैं। बीते तीन साल में यहां 71 हादसे हुए, जिनमें 66 लोगों को जान गंवानी पड़ी। सिरोही जिला पुलिस की ओर से हाल ही तैयार की गई रिपोर्ट में हादसे और मौतों की स्थिति सामने आई है। जिले से गुजरने वाले दो नेशनल हाइवे पर पांच ब्लैक स्पॉट अक्सर हादसे का कारण बन रहे हैं। इन पांच ब्लैक स्पॉट का दायरा महज पांच किलोमीटर है, लेकिन हादसे और मौतों की संख्या देखकर लगता है, मानो पांच किमी दायरे में मौत का तांडव मचा हुआ है।

सबसे खतरनाक स्थिति यहां…

जिले में नेशनल हाइवे 62 और नेशनल हाइवे 27 गुजरते हैं। इन पर बने ब्लैक स्पॉट में से सबसे खतरनाक जगह नेशनल हाइवे 27 पर चंद्रावती पुल से अमरनाथ महादेव मंदिर तक एक किलोमीटर के दायरे में है। यहां हर साल 6-7 बड़े हादसे होते हैं और हर साल 8-10 लोगों की मौत होती है। इस साल की स्थिति देखें तो भी छोटे-बड़े कई हादसें इस एक किलोमीटर के दरमियान हो चुके हंै।

तीन साल में यह रही स्थिति

थाना क्षेत्र ब्लैक स्पॉट हादसे मौतें

पालड़ी एम वेराविलपुर कट 6 6
ङ्क्षपडवाड़ा अजारी-जनापुर चौराहा 15 12
सरुपगंज श्रीराम होटल से एचआर पम्प 18 13
आबूरोड सदर सर्वोत्तम होटल से खडात तक 12 8
रीको आबूरोड चंद्रावती पुल रोड तक 20 27

ब्लैक स्पॉट पर साल दर साल स्थिति

साल हादसे मौतें
2020 24 21
2021 25 22
2022 22 20

पुलिस मुख्यालय की ओर से हादसों में मौत की रोकथाम को प्राथमिकता पर ले रखा है। आमजन को ज्यादा से ज्यादा जागरूक कर रहे हैं कि यातायात नियमों का पालन करे, हाइवे पर विशेष सावधानी बरतें। ब्लैक स्पॉट खत्म करने को लेकर भी सभी विभागों से तालमेल बैठाकर काम किया जा रहा है।

ममता गुप्ता, एसपी, सिरोही



Source: Sirohi News