भाजयुमो जिलाध्यक्ष के ​खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं का फूटा आक्रोश

BJP workers protested in Sirohiसिरोही. पिछले दिनों भाजयुमो के जिलाध्यक्ष गोपाल माली और पार्टी के अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं पर पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज करने के विरोध में भाजयुमो के तत्वावधान में कलक्ट्रेट पर आयोजित धरना-प्रदर्शन में भाजपा कार्यकर्ताओं का आक्रोश फूट पड़ा। इस दौरान सुबह बड़ी संख्या में भाजयुमो व पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता कलक्ट्रेट परिसर में एकत्रित हुए और सभा आयोजित की। जिसमें भाजपा नेताओं पर द्वेषभावना से मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाते हुए जमकर विरोध जताया।

भाजपा नेताओं ने प्रशासन पर बदले की भावना से कार्रवाई करने और निर्दलीय विधायक के बढ़ते हस्तक्षेप को लेकर भी आरोप लगाए। साथ ही जिले की लचर कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा किया। भाजपाइयों ने प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा कि राजनीतिक इशारे पर भाजपा के युवाओं कार्यकर्ताओं की आवाज दबाने के लिए उन पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। भले हम सभी को अभी गिरफ्तार कर लो लेकिन हमारी आवाज को दबा नहीं पाओगे।

इस दौरान पूर्व राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि जावाल में वॉल पेंटिंग, पालड़ी में काली कमली वाला आदि कई मामले प्रशासनिक कार्रवाई की बाट जो रहे हैं, लेकिन वास्तविक अपराधियों को छोडकऱ ये लोग हमारे कार्यकर्ताओं के पीछे पड़े हैं।

इसी प्रकार विधायक जगसीराम कोली ने प्रशासन पर दबाव में होने का आरोप लगाते हुए कहा कि अनादरा आंदोलन में वे स्वयं वहां मौजूद थे, जहां राज्य कार्य में बाधा जैसी कोई बात नहीं हुई। इसी तरह आबूरोड में हनुमान मंदिर प्रकरण में झूठे मुकदमों में फंसाने का कृत्य जनता भूली नहीं है, इनका भी जवाब शासन को देना होगा। विधायक समाराम गरासिया ने भी राजनीतिक चश्मा चढ़ाकर काम करने के आरोप लगाए।

इन मुकदमों से डरने वाले नहीं
जिला प्रमुख अर्जुनराम पुरोहित ने कहा कि हम इन मुकदमों से डरने वाले नहीं हैं। पूरे जिले के कार्यकर्ता व समाज भाजयुमो अध्यक्ष गोपाल माली के साथ है। प्रशासन इस प्रकार की झूठी कार्रवाइयां करना बंद करें। प्रदेश सदस्य एडवोकेट वीरेंद्रसिंह चौहान ने युवा कार्यकर्ता गोपाल माली को जनता का सच्चा पैरोकार बताया और कहा कि आम जनता के दुख दर्द, तकलीफ की आवाज बनने की उन्होंने कोशिश की है।
जिला उपाध्यक्ष दिलीपसिंह मांडानी ने भी शासन-प्रशासन व क्षेत्रीय निर्दलीय विधायक पर आरोपों की बौछार करके कई सवाल खड़े किए। मांडानी ने तंज कसा कि चूहे के पीछे मत भागो, यहां हाथी जा रहे हैं। उन्होंने स्वयं पर किए मुकदमे और कार्यकर्ताओं को प्रताडि़त करने का आरोप लगाया।

मुकदमा वापस नहीं लेने पर बड़े आंदोलन की दी चेतावनी
भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि भाजपा कार्यकर्ता अब चुप बैठने वाले नहीं है। आने वाले दिनों में जनाक्रोश के साथ महाघेराव की तैयारी करेंगे, जिसमें जिले भर के कार्यकर्ता मुख्यालय पर इनकी नीतियों का कड़ा विरोध करके पड़ाव डालेंगे। उन्होंने मुकदमा वापस नहीं लेने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी। इधर, धरने के दौरान दौरान संत तीर्थगिरी महाराज, जिला उपाध्यक्ष नारायण देवासी, पूर्व जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया, प्रधान हसमुख मेघवाल, प्रकाश मेघवाल, पूर्व महामंत्री दिनेश बिंदल, किसान मोर्चा के गणपतसिंह राठौड़, महिला मोर्चा की अंशु वशिष्ठ, भाजयुमो नेता दीपेंद्रसिंह पीथापूरा, नगर अध्यक्ष लोकेश खंडेलवाल, मांगूसिंह बावली, हितेंद्र ओझा, भुवनेश पुरोहित, बलवंत देवासी सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया। संचालन भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र चौधरी एवं महामंत्री अनिल प्रजापत ने किया।

राज्यपाल के नाम एडीएम को दिया ज्ञापन
धरने के बाद सभी कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी करके अतिरिक्त जिला कलक्टर को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया। इसमें अनादरा थाने में दर्ज मुकदमे को वापस करने की मांग रखी। लिखा कि घटना के नौ दिन बाद पुलिस ने अपनी लापरवाही छिपाने और किसी के इशारे पर दुर्भावना से भाजयुमो नेता पर मुकदमा दर्ज किया है। वहीं प्रदर्शन के दौरान पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा।
इनकी रही उपस्थिति

इस मौके पर जिलेभर से भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि सम्मिलित हुए।


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Source: Sirohi News