Maha Shivratri 2023: आज महाशिवरात्रि है। इस दिन भगवान शिव और उनकी पत्नी देवी पार्वती की पूजा की जाती है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं और भगवान शिव के मंदिर जा कर पूजा अर्चना करते हैं। हमारे देश में भगवान शिव के कई प्राचीन और नवीन मंदिर बनें हैं।
ऐसा मन जाता है की भगवान शिव की स्तुति खुद भगवान राम भी करते थे। आज 18 फरवरी 2023 को यह दिन पूरे देश में ही नहीं विदेश में भी कई जगह पर धूमधाम से मनाया जाता है। भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में भगवान शिव के कई मंदिर हैं। जिनमे से कुछ प्राचीन मंदिर हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ प्राचीन मंदिरों के बारे में जो विदेश में स्थित हैं।
Mukti Gupteshwar Temple : मुक्ति गुप्तेश्वर मंदिर, ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में स्थित यह शिव मंदिर दुनिया का पहला और एकमात्र मानव निर्मित गुफा मंदिर है। कहा जाता है की नेपाल के राजा महाराजा बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव ने भगवान शिव का रूप ‘गुप्तेश्वर’ की मूर्ति ऑस्ट्रेलियाई लोगों को उपहार में दी थी। यहाँ भगवान शिव से जुड़े कई त्यौहार जैसे महा शिव रात्रि, श्रावण का महीना आदि मनाए जाते हैं। इस मंदिर में अक्सर बड़ी संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। मंदिर में मुक्ति गुप्तेश्वर महादेव के अलावा 12 अन्य ज्योतिर्लिंग प्रतिकृतियां हैं। (फोटो : instagram / #psaswetravel )
Arulmigu Shree Raja Kaliamman Glass Temple :
अरुलमिगु श्री रजाकालियम्मन (ग्लास) मंदिर, मलेशिया
अरुलमिगु श्री रजाकालियम्मन ग्लास मंदिर मलेशिया में स्थित है। इस मंदिर की विशेषता यह है की यह कांच से बना है। इसे ‘मलेशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ ने मलेशिया में पहला और एकमात्र कांच का मंदिर माना है। यहाँ के दरवाजे, खंभे, दीवारों और छत क्रिस्टल के झूमर की तेज़ रौशनी से जगमगा उठते हैं। करीब-करीब पूरा मंदिर 300,000 लाल, नीले, पीले, हरे, बैंगनी और सफेद कांच के टुकड़ों से सजाया गया है। साथ ही यह मंदिर सेंट्रली एयर कंडिशन्ड है। (फोटो : instagram / placesmalaysia)
Pashupatinath Temple : पशुपतिनाथ मंदिर, नेपाल
नेपाल का प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर सब से पुराने शिव मंदिर में से एक है। नेपाल की राजधानी काठमांडू (की घाटी) के करीब बागमती नदी के तट पर स्थित है यह शिव मंदिर। इस मंदिर को नेपाली पगोडा के तरीके से बनाया गया है। इसकी सुंदरता सोने की परत वाली तांबे की छत और चांदी के मुख्य दरवाजे से और भी निखार जाती है हैं। यह 276 तेवर स्थलम में से एक है। कई शिव भक्तों की आस्था है नेपाल के इस मंदिर में।
Munneswaram Temple : मुन्नेस्वरम और कोणेश्वरम मंदिर, श्रीलंका
यहाँ का मंदिर परिसर पांच मंदिरों का संग्रह है। उनमे यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित प्राचीन पंच ईश्वरम में से एक है। भगवान शिव का यह मंदिर बहुत लोकप्रिय है। ऐसा माना जाता है की रावण से युद्ध जीतने के बाद भगवान राम ने इस मंदिर में भगवान शिव की स्तुति की थी। शिवरात्रि के मौके पर इस मंदिर में भव्य पूजा होती है। मुन्नेश्वरम मंदिर के साथ ही कोनेश्वरम, नागुलेस्वरम, थिरुकेथीश्वरम, भी श्रीलंका के प्राचीन शिव मंदिर है। कहा जाता है कि कोणेश्वरम मंदिर रावण, जो एक शिव भक्त थे, ने बनवाया था। (फोटो : instagram / m_suresh_kumara )
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Source: Travel News