समाजसेवी प्रकाश ने लावारिश का वारिश बनकर विधि- विधान से किया अंतिम संस्कार

सिरोही. समाजसेवी प्रकाश प्रजापति ने मंगलवार को एक और लावारिस शव का वारिश बनकर विधि- विधान से उसका अंतिम संस्कार कर सराहनीय कार्य किया है। जानकारी के अनुसार वर्तमान में अस्थाई तौर पर आबूरोड में फुटपाथ एवं रेन बसेरा में रहकर और मांगकर पेट भरने वाले देवाराम की तबीयत बिगडऩे पर उसे 4 अक्टूबर को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से दूसरे दिन तबीयत ज्यादा खराब होने पर अचेतावस्था में सिरोही सरकारी अस्पताल में रैफर कर दिया गया। यहां पांच दिनों तक उपचार के दौरान 10 अक्टूबर को उसने दम तोड़ दिया। लावारिश मृतक को शिनाख्त के लिए सिरोही मोर्चरी में रखवाकर आबूरोड पुलिस को सूचित किया। जिस पर आबूरोड पुलिस ने मृतक की शिनाख्त कर उसके परिवार में एकमात्र बड़े भाई को सूचित किया। बड़े भाई लालाराम ने सिरोही मोर्चरी पहुंच कर बताया की गरीबी की स्थिति में अविवाहित मृतक देवाराम 30 साल पहले परिवार छोडकऱ चला गया था एवं इधर उधर घूमकर जीवन यापन करता था। वर्तमान में परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने का हवाला देते हुए मृतक को अन्यत्र ले जाने में असमर्थता जताई एवं सिरोही में ही अंतिम संस्कार करने का आग्रह किया। इस पर अस्पताल चौकी प्रभारी कांस्टेबल श्रवण कुमार ने मृतक के अंतिम संस्कार के लिए समाजसेवी प्रकाश प्रजापति को सूचित किया। मदद को आगे आए समाजसेवी प्रजापति ने बेसहारा मृतक का वारिश बनकर उसके शव का विधि विधान से अंतिम संस्कार करवाया। समाजसेवी प्रजापति ने मृतक को स्वंय एवं भाई से कंधा दिलवाकर आंशिक शव यात्रा निकालकर अंतिम संस्कार के लिए शव को मोक्ष रथ से सारणेश्वर रोड स्थित शमशान घाट ले गए। जहां समाजसेवी प्रजापति ने मृतक के भाई लालाराम से मृतक को मुखाग्नि दिलाकर विधि विधान से अंतिम संस्कार किया। इस दौरान आबूरोड शहर पुलिस थाना के सहायक उपनिरीक्षक श्रवण सिंह देवड़ा, कांस्टेबल दीनदयाल आदि मौजूद थे।



Source: Sirohi News