पाक विस्थापित परिवारों के बच्चे स्कूल में प्रवेश से वंचित

रेवदर (सिरोही). सरकार एक तरफ तो शिक्षा से वंचित ज़रूरतमंद बच्चों को स्कूल से जोडऩे के पुरजोर प्रयास कर रही है, वहीं तीन पाक विस्थापित परिवार अपने बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाने के लिए रोजाना चक्कर लगा रहे होने के बावजूद अभी तक प्रवेश नहीं हो पाया। नतीजतन इन पाक विस्थापित परिवारोंं के बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं, यह सोलह आने सच है।

संरक्षक के कृषि फार्म पर निवासरत है परिवार

पाकिस्तान से भारत आए ये तीन विस्थापित परिवार करीब चार साल से अनादरा के आमला खेड़ा स्थित देव कृषि फार्म पर अपने आधिकारिक रूप से संरक्षक अनिरुद्धसिंह भाटी के संरक्षण में निवासरत है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित करना संविधान के मूल अधिकारों की अवेलहना है।

… इसलिए नहीं मिली भारतीय नागरिकता

परिवारजनों का कहना है कि बेशक उनके पास भारतीय नागरिकता नहीं है, पर प्रश्न यह है कि भारतीय नागरिकता हासिल करने के लिए आवेदन ही सात साल बाद करने का प्रावधान है। नतीजतन वे आवेदन नहीं कर सके। ऐसी हालत में नागरिकता कैसे मिल सकती है। पहचान के नाम पर आधार कार्ड जरूर है।स्कूल में प्रवेश दिलाने की एसडीएम से लगाई गुहार

जीवन सारथी संस्थान के सहयोग से पाक विस्थापित चेतन कुमार कोली पुत्र दयाराम कोली ने अपने बच्चों एवं अपने आधिकारिक संरक्षक अनिरुद्धसिंह के साथ उपखंड कार्यालय पहुंचकर स्कूल में प्रवेश दिलाने की गुहार लगाते हुए ज्ञापन दिया। चेतनकुमार ने ज्ञापन में बताया कि उनका और उनके चाचा व भाई का परिवार पाक विस्थापित है। वे अपने पासपोर्ट और वीज़ा पर भारत आए। कऱीब चार साल से अनादरा में अपने आधिकारिक सरंक्षक अनिरुद्धसिंह के कृषि फार्म पर निवासरत है। उनके परिवार के सभी सदस्यों का सिरोही एफआरओ में रजिस्ट्रेशन है। उन्होंने अपने बच्चों को स्कूल में जल्द से जल्द प्रवेश दिलाने की सरकार से गुहार लगाई, ताकि उनका भविष्य खराब न हो। जिस पर एसडीएम दूदाराम हाड़ा ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष बलवंत मेघवाल, राहुल जोशी, धीरज संत, प्रहलाद ओड़, प्रवीण ओड़ आदि उपस्थित थे।



Source: Sirohi News