सौंफ के ग्रेडिंग पैकिंग व ऑयल उद्योग की विपुल संभावनाएं, खुल सकते हैं औधषि बनाने के उद्योग भी

सिरोही. जिले में सौंफ की भरपूर पैदावार का सही दिशा में उपयोग हो तो खुशहाली आ सकती है। इससे कई तरह के उत्पाद बनाने के उद्योग स्थापित किए जा सकते हैं। तमाम औषधीय गुणों की खान सौंफ से दवाइयां बनाने के उद्योग लगाए जाएं तो स्थानीय स्तर पर आपूर्ति की सुविधा मिल सकेगी और किसानों को भी अच्छे दाम मिलेंगे। सौंफ में भरपूर मात्रा में मैंगनीज मौजूद है जो कैंसर की संभावना को कम करता है। किसानों और प्रवासियों को यहां कृषि प्रसंस्करण इकाई लगाने की पहल करनी चाहिए।

भांत.भांत की लगाई जा सकती है यूनिट
परियोजना निदेशक आत्मा डॉण् प्रकाश कुमार गुप्ता बताते हैं कि सिरोही जिले में सौंफ की ग्रेडिंग कर पैकिंग संबंधी यूनिट लगाई जा सकती है। अभी ऐसी इकाई ऊंझा में हैं। छोटा व बड़ा दाना अलग कर पैकिंग करने से किसानों को उपज के दाम भी अधिक मिलेंगे। सौंफ का डण्ठल यानी तना किसी काम नहीं आता। इसे लोग जलाने के काम लेते हैं। इससे वॉलेटाइल ऑयल निकालकर लाखों रुपए कमाए जा सकते हैं। वैसे सौंफ से भी उच्च गुणवत्ता का वॉलेटाइल ऑयल निकलता है। अभी ऐसी इकाइयां कन्नौज में हैं। ऑयल के औषधीय गुण भी हैं। इसके अलावा शरबत की यूनिट लगाई जा सकती है। फ्लेवर डालकर पान मसाला सौंफए छोटे पैकिंग में मसाले के उपयोग की इकाई भी लगाई जा सकती है। फ्लेवर्ड हैरिटेज शराब भी बनाई जा सकती है।

कई रोगों में रामबाण
जानकार बताते हैं कि आयुर्वेद में सौंफ कई रोगों में रामबाण है। इसकी प्रकृति शीतल है। इसका सेवन दिमाग को ठण्डा रखता है। पाइल्स की ब्लीडिंगए पेटए नेत्र आदि रोगों में इसका उपयोग किया जाता है। सौंफ में पोटाशियम की अच्छी मात्रा होती है जो हमारे शरीर में हृदय की गति और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसलिए खाना खाने के बाद सौंफ खाना लाभकारी है। यह शरीर की बढ़ती चर्बी को कम करने में भी सहायक है। सौंफ के साथ काली मिर्च का सेवन करने से वजन कम होता है।

औषधि उद्योग खुले तो आ सकती है खुशहाली
सौंफ में भरपूर मात्रा में मैंगनीज मौजूद है जो कैंसर की संभावना को कम करता है। इसका अर्क और चूर्ण के रूप में उपयोग किया जाता है। सौंप की चाय भी गुणकारी है। ऐसे में औषधि संबंधी उद्योग सिरोही में लगें तो कच्चे माल की कोई कमी नहीं आएगी। साथ हीए उच्च गुणवत्ता की औषधियों की स्थानीय स्तर पर आपूर्ति हो सकेगी। खुशहाली आएगी।
.डॉ. हरीश चन्द्र सुथारए वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी



Source: Sirohi News