प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की क्रियान्वयन को लेकर जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित

सिरोही. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की क्रियान्वयन व योजना का प्रचार करने, अधिक से अधिक गर्भवती को लाभान्वित करने को लेकर शुक्रवार को जिला स्तरीय कार्यशाला गोयली चौराहा स्थित अम्बेडकर भवन में आयोजित की गई। योजना को लेकर मातृ वंदना सप्ताह मनाया जा रहा है।
कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य कार्यकारी अधिकारी भागीरथ विश्नोई के आतिथ्य में किया गया। उन्होंने योजना का उद्देश्य व माताओं के स्वास्थ्य में सुधार पर विचार व्यक्त किए। कार्यशाला में सहायक निदेशक अंकिता राजपुरोहित, आबूरोड सीडीपीओ नितिन गहलोत, सिरोही सीडीपीओ सुबोध जोशी, पिण्डवाड़ा सीडीपीओ लक्ष्मी शर्मा, जिला समन्वयक फतेहसिंह, जिला परियोजना सहायक प्रदीपसिंह का आतिथ्य रहा। विभाग की ओर से मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया गया।
कार्यशाला में अतिथियों की ओर से शिवगंज परियोजना की महिला पर्यवेक्षक, डेटा एंट्री ऑपरेटर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं उपनिदेशक कार्यालय में कार्यरत डीएसएम रेहान खान, जिला कार्यक्रम समन्वयक नितेन्द्रसिंह, जिला कार्यक्रम सहायक हीरालाल को योजना के तहत उत्कृष्ट कार्य करने पर प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
डीएसएम रेहान खान ने बताया कि योजना के तहत 01 जनवरी 2017 से किसी भी परिवार में पहली बार हो रही गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं को 5000 रुपए का वित्तिय लाभ तीन किश्तों में दिया जा रहा है। प्रथम किश्त अंतिम मासिक चक्र की तिथि से 150 दिनों के अन्दर गर्भधारण का आंगनबाड़ी केन्द्र पर जाकर पंजीकरण करवाने पर, द्वितीय किश्त गर्भधारण के एक माह बाद कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच करवाने पर एवं तृतीय किश्त बच्चे के जन्म के तीन माह पश्चात दी जाती है।
योजना की लाभ राशि डीबीटी के माध्यम से लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे भेज दी जाएगी। योजना के लाभ लेने के लिए पात्र गर्भवर्ती आंगनवाड़ी केन्द्र, विभाग या अपने निकटत स्वीकृत स्वास्थ्य सुविधा के माध्यम कर सकते है। योजना के अंतर्गत पंजीकरण के लिए आवेदन पत्र सीधे आंगनवाड़ी केन्द्रों से प्राप्त किया जा सकता है। कार्यशाला में समस्त ब्लॉकों की महिला एवं पुरुष पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा सहयोगिनी, ममता एनजीओ एवं टाटा ट्रस्ट के कार्मिकों, एनएनएम ने भाग लिया। योजना के अंतर्गत शिवगंज परियोजना ने लक्ष्य से ज्यादा व पिण्डवाड़ा ने सबसे कम उपलब्धि की हासिल की। पिण्डवाड़ा का अधिकांश क्षेत्र आदिवासी होने के कारण यहां पर 53 प्रतिशत ही काम हुआ है।

योजना की अभी तक की प्रगति रिपोर्ट
परियोजना रुपए प्राप्त फॉर्म लक्ष्य प्रतिशत
शिवगंज 6381000 2120 2088 101
सिरोही 9758000 2759 2772 100
रेवदर 8038000 2595 3042 85
आबूरोड 7975000 2329 3672 63
पिण्डवाड़ा 6849000 2214 4122 53



Source: Sirohi News