कृषि विज्ञान केन्द्र में जागरूकता अभियान : कम्पोस्ट खाद व जैविक खेती का महत्व बताया

सिरोही. यहां कृषि विज्ञान केन्द्र में मंगलवार को उर्वरक उपयोग जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर के उर्वरकों के उपयोग पर भाषण का सीधा प्रसारण दिखाया गया।
केन्द्र प्रभारी ने फसलों में उर्वरक डालने की विधि बताई। उपनिदेशक कृषि विस्तार डॉ. गोपाल लाल कुमावत ने कम्पोस्ट खाद व जैविक खेती का महत्व बताया। हरी खाद के उपयोग के लिए कहा।
उपनिदेशक आत्मा डॉ. प्रकाश गुप्ता ने उर्वरकों के सही उपयोग के साथ विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। सहायक निदेशक उद्यान डॉ. हेमराज मीणा ने बताया कि ड्रिप विधि से उर्वरक उपयोग क्षमता 45-50 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। उद्यान विभाग की अनुदान योजना के बारे में जानकारी दी। कृषि अनुसंधान अधिकारी बवलेश धाकड़ ने मिट्टी व पानी जांच के बाद ही उर्वरकों का उपयोग करने का आह्वान किया। मिट्टी जांच फसल बुवाई से एक माह पहले करवानी चाहिए।
कृषि अनुसंधान अधिकारी डॉ. जितेन्द्र सिंह की ओर से फसल विविधीकरण फसलचक्र अपनाने के लिए किसानों को जानकारी दी।
शस्य वैज्ञानिक डॉ. आभा पाराशर ने कार्यक्रम का संचालन किया। उन्होंने उर्वरक की उपयोग विधि, जलवायु अनुसार उर्वरक उपयोग की जानकारी दी। साथ ही, घुलनशील उर्वरकों, जैव उर्वरकों हरी खाद, एजोला, वेस्ट डिकम्पोजर तथा रासायनिक उर्वरक का सही तरीके से इस्तेमाल करने के बारे में बताया।
उद्यान विशेषज्ञ डॉ. कामिनी पाराशर ने उद्यानिकी फसलों में उर्वरकों की मात्रा व विधि के बारे में जानकारी दी। गृह वैज्ञानिक डॉ. अंकिता शर्मा ने गृह वाटिका में उर्वरकों के बारे में बताया। कार्यक्रम में थोक विक्रेताओं व किसानों को उर्वरक उपयोग पुस्तिका तथा कृषि जलवायु खंड के अनुसार खाद देने का लीफलेट दिया गया। कार्यक्रम में 150 से अधिक लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में भंवरलाल चौधरी, आकाश खत्री, रतनसिंह शक्तावत, अनेकसिंह, सुरेन्द्र सिंह व दिलीप सिंह का योगदान रहा।



Source: Sirohi News