सिरोही. करीब छह साल पहले शहर में लगवाए सीसीटीवी कैमरों की खरीद में घोटाले को लेकर अभियोजन स्वीकृति के मसले पर चर्चा के दौरान बुधवार को नगर परिषद की साधारण बैठक में जोरदार हंगामा हो गया। भाजपा पार्षद शंकरसिंह परिहार व अन्य पार्षदों ने तत्कालीन जेइएन जसपालसिंह की इस प्रकरण में कोई भूमिका नहीं होने से उनके खिलाफ अभियोजन स्वीकृति जारी नहीं करने की जोरदार पैरवी की। कुछ देर बात सुनने के बाद सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि आखिर वे भ्रष्टाचारियों की पैरवी क्यों कर रहे हैं?इस पर पार्षद परिहार, विरेन्द्र एम चौहान एवं प्रवीण चौहान ने बचाव की कोशिश तो विधायक ने उसे खारिज कर दिया।
विधायक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि कोई भ्रष्टाचारी नहीं है और दूध का धुला हुआ है तो न्यायालय से बरी हो जाएगा। भ्रष्टाचारियों की पैरवी का कोई अर्थ नहीं है। उन्होंने प्रश्न किया कि भ्रष्टाचारियों के साथ कौन कौन है? अभियोजन स्वीकृति के मुद्दे पर वोटिंग करवा ली जाए ताकि शहरवासियों को पता चल सके। उन्होंने ताबड़तोड़ हाथ ऊपर करवाकर वोटिंग करवाई जिस पर सभापति धनपतसिंह राठौड़ और विधायक संयम लोढ़ा समेत 14 लोगों ने समर्थन किया। भाजपा के शेष पार्षद घोटाले में शामिल के खिलाफ कार्रवाई का विरोध में रहे। विधायक ने तत्काल प्रस्ताव पारित होने की घोषणा कर दी। विधायक ने मत विभाजन के बाद किसी भी तरह का पक्ष रखने की परम्परा नहीं होने की बात कहते हुए अगले प्रस्ताव पर चर्चा की। अभियोजन स्वीकृति जारी करने का सर्वसम्मति से निर्णय किया गया।
लोढ़ा बोले-चोरों को बचाने का काम कर रहे हो
भाजपा पार्षदों ने जेइएन की पैरवी की तो विधायक लोढ़ा ने कहा कि आप उसे क्यों बचाने चाहते हो? अगर आदमी निर्दोष है तो कोर्ट से छूट जाएगा। इस मामले में आपकी सरकार ने चार साल से इनवेस्टिगेशन किया था।फिर आप ही डिजायर कर रहे हो। आज इस मामले में आप जज क्यों बन रहे हो? आप भ्रष्ट आदमी की पैरवी कर रहे हो। पार्षद मीनाक्षी ने कहा कि भ्रष्ट को तो सजा मिलनी चाहिए। इस पर एक पार्षद ने कहा कि जेइएन तो पूरे मामले में शामिल नहीं था, पार्षद को रोकते हुए विधायक ने कहा कि पूरी प्रक्रिया में वह भी एक पार्ट था। इस पर शंकरसिंह परिहार ने कुछ पत्रावलियों का हवाला दिया तो लोढ़ा ने कहा कि आप कागजों में मत देखो, यह कागज आपको भ्रमित कर रहे हैं। आप एक भ्रष्ट आदमी को बचाने के चक्कर में बोर्ड बैठक में खड़े हो और आपकी पार्टी की सरकार ने चार साल जांच कर इस घोटाले को इस स्तर पर लाया गया है। आप उन सभी चोरों को बचाने का काम कर रहे है। जो पूरे मामले में शामिल है। इसमें बड़े पदाधिकारी भी शामिल थे।
यह था मामला
परिषद की ओर से करीब छह साल पहले कांग्रेस के बोर्ड में करीब सवा करोड़ रुपए का सीसीटीवी घोटाला हुआ था, लेकिन भाजपा कार्यकाल में इस मामले में शामिल आरोपियों को बचाने का पार्षदों पर आरोप लगता रहा। इसके बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक आरोपी के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति मिलने के बाद इसमें चार्जशीट पेश होने का रास्ता साफ किया।
राजीव व अटल बिहारी के नाम बनेंगे चौराहे
विधायक ने बैठक में बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी तथा अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से शहर में चौराहे विकसित करने चाहिए। इस पर सभी ने हामी भरी। गांधीपार्क में महात्मा गांधी तथा नेहरू पार्क में नेहरू की खंडित प्रतिमाओं को हटाने का निर्णय किया गया।
इन समस्याओं
पर भी चर्चा
परिषद की बैठक में कर्मचारियों की पदोन्नति, स्थाई करने, ऑडिट रिपोर्ट, जीनगर समाज को भूमि आवंटन, सीवरेज की एजेंसी बदलने, अग्निशमन प्रमाण-पत्र जारी कर दर निर्धारण करने, सरजावाव और सारणेश्वर दरवाजे के जीर्णोद्धार पर चर्चा कर प्रस्ताव लिए। अन्नपूर्णा योजना में भोजन की जांच का मामला उठा। इस पर आयुक्त ने कहा कि इस भोजन को पशु भी नहीं खा सकते हैं। सदन में सिरोही शहर में 9 करोड़ 54 लाख के टाउन हॉल तथा शहीद स्मारक की स्वीकृति पर सभी पार्षदों ने विधायक का अभिनंदन किया। इसके अलावा सरकारी जमीनों पर नगर परिषद की मिलीभगत से अतिक्रमण का भी मामला उठाया गया। इस पर विधायक ने पार्षदों से कहा कि इसके लिए लिखित में दें जिस पर व्यक्तिगत रूप से प्रकरणों की जांच करवाई जाएगी।
समर्पित समिति बनी तो कोष से २० लाख
बैठक में गायों का मुद्दा भी चर्चित रहा। पार्षदों ने बताया कि गोशाला में एक बार गाय लेकर जाते हंै, फिर वहां से छोड़ दी जाती है। ऐसे में इसके ठोस उपाय पर चर्चा की गई। इस पर विधायक ने स्थाई समिति बनाने की बात रखी। साथ ही, समर्पित लोगों की समिति बनी तो उन्होंने २० लाख रुपए देने की भी घोषणा की। वीरेन्द्र एम चौहान ने अतिक्रमण की जांच एवं कार्रवाई पर कमजोर साबित होने वाले दोनों एसआइ को हटाने की मांग की। परिहार ने कहा कि पूर्व विधायक बोर्ड की बैठक में कभी उपस्थित नहीं हुए, लेकिन वर्तमान विधायक ने शहर के मुद्दों पर चर्चा की। इस पर सभी ने उनका आभार जताया।
ये मौजूद रहे
परिषद की साधारण बैठक में जितेंद्र सिंघी, पिंकी रावल, सीतादेवी, मारूफ कुरैशी, नैनाराम माली, महेन्द्र मेवाड़ा, सुखीदेवी शैतानराम, गोपीलाल, हिम्मत छीपा, रणछोड़ कुम्हार, मगन मीणा, जितेन्द्र खत्री, शंकरसिंह परिहार, प्रवीण राठौड़, अमिया देवी, अरुणा देवी, लता पटेल, प्रकाश कंवर आदि मौजूद थे।
होगा सारणेश्वर
का विकास
बैठक में सारणेश्वर मार्ग तथा वहां के विकास के मुद्दे पर भी बात चली। इस पर विधायक ने कहा कि सभी सदस्यों के सहयोग से काम किया जाएगा। वहां हर सुविधाओं के लिए कार्य करवाया जाएगा।
उधर भाजपा की पार्षद प्रकाश कंवर ने आयुक्त को ज्ञापन देकर गोयली चौराहे पर राव सुरताण का स्टेच्यू बनाने की मांग की।
सड़कों को सुधारंे
पार्षदों ने शहर की सड़कों को सुधारने की भी मांग की। उन्होंने बताया कि शहर में कई स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इनकी मरम्मत करनी चाहिए। सारणेश्वर मार्ग पर स्थिति काफी दयनीय है। आगामी दिनों में सारणेश्वर में रेबारी समाज के बड़े मेले का आयोजन होगा। ऐसे में क्षतिग्रस्त सड़कों से गुजरने पर हादसे का अंदेशा रहेगा।इस पर सभापति धनपतसिंह एवं आयुक्त ने क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करने की बात कही। राजस्थान पत्रिका ने बुधवार के अंक में और इससे पूर्व भी सड़कों की खस्ता हालत का मामला उठाया था।
अधिकारों पर अतिक्रमण न करें
आयुक्त शिवपालसिंह ने ऑडिट पर चर्चा शुरू की तो भाजपा पार्षद शंकरसिंह परिहार ने बताया कि पहले वित्त कमेटी की बैठक में प्रस्ताव लेकर इस मुद्दे को साधारण सभा में रखें। उन्होंने आयुक्त पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमारे अधिकारों पर अतिक्रमण नहीं करें। आयुक्त ने आरटीआई के तहत रिपोर्ट लेने की बात कही तो वीरेन्द्रएम चौहान, मिनाक्षी ने विरोध किया। पार्षदों ने शहर में एक चिकित्सक के कॉम्प्लेक्स पर कार्रवाई नहीं करने पर विरोध जताया। नेता प्रतिपक्ष ईश्वरसिंह डाबी ने १६ कॉम्प्लेक्स पर की कार्रवाई की भी जानकारी मांगी।
Source: Sirohi News