माउंट आबू. तीन माह पहले राज्यपाल के माउंट आबू दौरे से पूर्व करोड़ों रुपए लगाकर तैयार की शहर की सडक़ों के हाल बेहाल हैं। लगातार बारिश के चलते व सीवरेज कंपनी की लापरवाही से कई स्थानों पर सडक़ धंस गई है। अब दो दिन से बारिश थमने के साथ नगर पालिका डामर की सडक़ पर मिट्टी से मरम्मत कर रही है। पिछले 12 वर्षों से कछुआ चाल चल रहे सीवरेज कार्य से आमजन ही नहीं पर्यटक भी परेशान है। टोल नाके से लेकर नक्की लेक तक मुख्य सडक़ पर जगह-जगह दर्जनों गढ्डे होने से पर्यटक भी हिचकोले खाते नक्की झील तक पहुंचते है। वही मुख्य बाजार, मासगांव, ढूंढई, तोरणा सहित कई कॉलोनियों की सडक़ों के तो हाल बेहाल है।
यह है सडक़ धंसने की मुख्य वजहपिछले कई वर्षों से माउंट आबू में सीवरेज की पाइप लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है। पर्वतीय स्थल होने से लाइन डालने के लिए खोदी खाई से पत्थर बाहर निकाले जाते हैं लेकिन वापस पाइप अंदर डालने के बाद केवल उसके ऊपर मिट्टी डाली जाती है। जबकि खाई से निकले पत्थरों की यहां कालाबाजारी होती है। यही मुख्य वजह है कि अब बारिश के दौरान सडक़ पर सीवरेज की पाइप लाइन निकल रही है वह सडक़ धंस गई है। गैस गोदाम के पास मुख्य सडक़ पर 2021 में भी 40 फीट गहरा खड्डा हो गया था। जिससे 3 दिन तक माउंट आबू देश दुनिया से कट गया था।
इन्होंने कहा
फिलहाल नगर पालिका द्वारा मिट्टी डालकर सडक़ पर पड़े खंडों को ठीक किया जा रहा है। जिससे कोई हादसा नहीं हो। सिवरेज की लापरवाही से टूटी सडक़ को लेकर अधिकारियों से बातचीत कर हल निकाला जाएगा।
जीतू राणा, अध्यक्ष, नगरपालिका, माउंट आबूसडक़ें पूरी तरह से टूट गई है। सिवरेज कंपनी की लापरवाही से टूटी सडक़ को उन्हें तुरंत ठीक करना चाहिए। हम बारिश के बाद सडक़ों की मरम्मत की प्रक्रिया शुरू करेंगे। राज्य सरकार से 5 करोड़ का बजट जल्द मिला तो सारी सडक़ें अच्छी हो जाएगी।
संजीव कुमार संचेती, एईएन पीडब्ल्यूडी, माउंट आबू
इस मामले को लेकर मैं मौके पर पहुंच कर निरीक्षण करूंगा। जो दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी।
सुनील विश्नोई, एईएन, रुडीप माउंट आबू
Source: Sirohi News