देश के 51 शक्तिपीठों में से एक गुजरात का अम्बाजी यात्राधाम व जैन तीर्थ स्थल तारंगा हिल शीघ्र ही जिले के पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू व आबूरोड रेलवे स्टेशन से रेल मार्ग के माध्यम से जुडेंगे। आबूरोड से वर्तमान में यात्राधाम अम्बाजी व तारंगा हिल जाने के लिए केवल सडक़ मार्ग ही एक मात्र विकल्प है। रेल मंत्रालय ने करीब 2798 करोड़ के इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। इससे देशभर से अम्बाजी धार्मिक यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों को सुविधा मिल सकेगी।
यह रेल लाइन सिरोही जिले, गुजरात के बनासकांठा व साबरकांठा जिले से होकर गुजरेगी। इनमें कुल 11 रेलवे स्टेशन होंगे। धार्मिक यात्रा के अलावा लोगों को कृषि उपज व स्थानीय उत्पादों के शीघ्र परिवहन में भी सुविधा मिल सकेगी। केंद्रीय मंत्री अनुरागसिंह ठाकुर ने इस परियोजना को केंद्रीय मंत्रिमंडल से स्वीकृति मिलने की जानकारी दी। पिछले साल प्रोजेक्ट को लेकर 2798.16 करोड़ की डीपीआर मंत्रालय को भेजी गई थी। जिसे मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। कुल 116.65 किमी. लम्बी लाइन पर 54 बड़े पुल, 151 छोटे पुल, 8 रोड ओवरब्रिज, 54 रोड अंडरब्रिज व 11 सुरंग बनाई जाएगी। वर्ष 2026-27 में परियोजना का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना से 40 लाख मानव दिवस रोजगार का सृजन होगा।
रेल मंत्रालय ने दी नई रेलवे लाइन आबूरोड-अम्बाजी-तारंगा हिल को मंजूरी
रेल मंत्रालय को पिछले साल सौंपी गई थी 2798.16 करोड़ की डीपीआर, 2026-27 में पूरा होगा कार्य
तारंगा हिल: अजितनाथ समेत दिगम्बर व श्वेताम्बर जैन मंदिर आते हैं धर्मावलम्बी
गुजरात के साबरकांठा स्थित तारंगा हिल रेलवे स्टेशन पर अजितनाथ भगवान का मंदिर है। बारहवीं सदी में सोलंकी राजा कुमारपाल ने जैन मंदिर का निर्माण करवाया था। पहाड़ी पर पांच दिगम्बर व पांच श्वेताम्बर मंदिर बने हुए हैं। वर्तमान में तारंगा हिल रेलवे स्टेशन केवल महेसाणा रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है। राजस्थान से सीधे यहां आवागमन के लिए रेल मार्ग नहीं है। इस रेल मार्ग को स्वीकृति मिलने से अब प्रदेश के आबूरोड रेलवे स्टेशन से साबरकांठा जिले में भी सीधा आवागमन हो सकेगा।
अम्बाजी के भादरवी पूनम मेले में देशभर से 15 से 20 लाख श्रद्धालु करते है शिरकत
यूं तो मंदिरों की नगरी अम्बाजी में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। पर अम्बाजी मंदिर के छह दिवसीय भादरवी पूनम के मेले में तो गुजरात, राजस्थान के अलावा विभिन्न राज्यों से हर वर्ष 15 लाख से भी अधिक श्रद्धालु दस्तक देते हैं।
मारवाड़-गोढ़वाड़ को तोहफा
● तारंगाहिल-अंबाजी-आबूरोड नई रेल लाइन बिछेगी ● 2798.16 करोड़ खर्च होंगे ● 116.65 किमी बनेगी रेल लाइन ● 2026-27 तक होगी ● 40 लाख मानव दिवस रोजगार ● 15 रेलवे स्टेशन प्रस्तावित
एक दशक से क्षेत्रवासियों को था इंतजार : इस परियोजना को लेकर आबूरोड-अम्बाजी के क्षेत्रवासियों को एक दशक से भी लम्बे समय से स्वीकृति का इंतजार था। रेलवे स्टेशन से वंचित अम्बाजी शहर में अजमेर मंडल का पीआरएस वर्तमान में स्थापित है। रेल मार्ग से यात्राधाम के जुडऩे से देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को इसकी सुविधा मिल सकेगी।
Source: Sirohi News