मंडार/ सिरोही. क्षेत्र के पादर गांव में सोमवार सुबह एक महिला को नोंचकर मौत के घाट उतारने व दो जनों को घायल करने के बाद उसी दिन शाम को मादा भालू ने एक युवक पर और हमला बोल दिया। गांव से सटी नाडी की तरफ गए एक युवक पर पीछे से भालू ने हमला कर उसके सिर के गर्दन के पास के हिस्से को काटकर बुरी तरह से जख्मी कर दिया।
सरपंच प्रतिनिधि धीराराम देवासी ने बताया पादर निवासी भंवर सिंह पुत्र दौलत सिंह देवड़ा शाम को 5 बजे गांव से सटी नाडी की तरफ गया था। इसी दौरान मादा भालू आक्रामक रूप में भंवर सिंह पर हमला बोल गंभीर रूप से लहूलुहान कर दिया। गंभीर रूप से घायल युवक को लहूलुहान हालत में भटाना लेकर गए, लेकिन भटाना में चिकित्सक नहीं होने से उसे गुजरात के पालनपुर में भर्ती कराया गया। वन विभाग के कर्मचारियों के मुताबिक यह मादा भालू है। किसी जानवर की ओर से इसके बच्चों को मारने से यह आक्रामक हो गई।
भालू के चार जनों पर हमला करने से ग्रामीणों में दहशत
भालू गांव में एक ही दिन में चार जनों पर हमला कर चुका है। हमले में एक महिला की मौत हो चुकी, जबकि महिला का पति समेत तीन जने घायल है। भालू का आबादी क्षेत्र में मूवमेंट और हमला करने से पादर सहित आसपास के ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। लोगों को घर से बाहर निकलने में भी डर लगने लगा है।
बिना काम घर से बाहर नहीं जाने की अपील
इधर, भालू के हमले की दो घटनाओं के बाद पादर सरपंच प्रतिनिधि धीराराम देवासी ने ग्रामीणों से बिना काम घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। हालांकि घटना के बार से वन विभाग की टीम गश्त कर रही है, लेकिन ऐहतियात बरतने की अपील की है।
उपचार की नहीं व्यवस्था, गुजरात ले जाना पड़ा
भटाना इधर, महिला की मौत होने व तीन जने घायल होने के बाद भी वन विभाग की शिथिलता से आमजन ने रोष है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां उपचार की भी कोई व्यवस्था नहीं है। भटाना में चिकित्सक नहीं होने से घायल को गुजरात ले जाना पड़ा है। इसको लेकर चिकित्सा विभाग के खिलाफ भी रोष है।
बच्चों को मारने से आक्रामक हुई मादा भालू, कर रही हमले
वन विभाग के कार्मिकों के मुताबिक हमला मादा भालू ने किया है। इसके बच्चों को जंगली या अन्य किसी जानवर ने मार दिया, इससे यह आक्रामक होकर गांव की तरफ आ गई और हमला कर दिया। वन विभाग की ओर से इसको रेस्क्यू करने का प्रयास किया जा रहा है।
12 कर्मचारियों की दो टीमें कर रही गश्त, पिंजरा भी लगाया
घटना के बाद वन विभाग की ओर से 12 कार्मिकों की दो टीमें गठित कर गश्त शुरू की है। एक टीम रात को और एक टीम दिन में गश्त कर रही है। सिरोड़ी, कृष्णगंज, जीरावल, ईसरा के कर्मचारियों को टीम में लगाया गया है। साथ ही इसे पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया है। घटना के दिन घटनास्थल के पास पिंजरा लगाया था, लेकिन वह नहीं आई। अब पिंजरा दूसरी जगह रखवाया है। नजर आने पर रेस्क्यू टीम को बुलाकर इसे रेस्क्यू किया जाएगा। देवीलाल माली, वनपाल, पादर
Source: Sirohi News