सिरोही, पश्चिमी राजस्थान की प्रमुख कपड़ा मंडी के रूप में सुदूर प्रदेशों में भी विख्यात सिरोही जिले के शिवगंज शहर में त्योहारी व शादी सीजन में भी व्यापार परवान चढ नहीं पा रहा है। इसकी प्रमुख वजह शिवगंज के मुख्य द्वार पर चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला प्रशासन की ओर से स्थापित की गई निगरानी चौकी है।
शिवगंज में प्रवेश से पूर्व इस चौकी पर वाहनों की सघन जांच होने की वजह से हालात यह हो गए है कि खरीदी के लिए शिवगंज आने वाले व्यापारी व ग्राहक यहां नहीं आकर सुमेरपुर या अन्य स्थानों से ही खरीदारी कर रहे है। जिससे यहां का व्यापार प्रभावित हो रहा है। व्यापारियों का कहना है कि हालात यहीं रहे तो चुनाव से पूर्व तक यहां का व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हो जाएगा।
गौरतलब है कि राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव है। इसको लेकर पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लगी हुई है। चुनाव के दौरान प्रत्याशियों की ओर से की जाने वाले अनावश्यक खर्च को रोकने और रूपयों के लेनदेन को रोकने के लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला निर्वाचन विभाग की ओर से जिले में विभिन्न स्थानों पर पुलिस विभाग की ओर से निगरानी चौकियां स्थापित की जाकर आने-जाने वाले प्रत्येक वाहनों की सघन जांच की जा रही है। इससे पकड़े जाने के डर से बाहर के व्यापारी खरीदारी के लिए नहीं आ रहे।
शिवगंज जो कि एक व्यापारिक शहर है तथा यहां की तमाम गतिविधियां शादी ब्याह की सीजन में होने वाली ग्राहकी पर ही निर्भर करती है। एक अनुमान के मुताबिक यहां प्रत्येक सीजन में भारी संख्या में लोग शादी ब्याह का कपडा खरीदने तथा स्वर्ण आभूषण बनवाने के लिए पहुंचते है, लेकिन इस बार यहां का व्यापार रसातल पर पहुंचने के कगार पर आकर खडा हो गया है। इसकी प्रमुख वजह जवाई नदी किनारे पुलिस प्रशासन की ओर से स्थापित की गई निगरानी चौकी है। जहां शिवगंज में प्रवेश करने वाले प्रत्येक वाहन की सघन जांच की जाती है। इस वजह से खरीदारों ने शिवगंज की तरफ खरीदी के लिए आना ही बंद कर दिया है।
यहां कारोबार कर रहे व्यापारियों की माने तो चुनाव की घोषणा के साथ ही पहले तो उथमण टोल प्लाजा के समीप चौकी स्थापित हो जाने की वजह से व्यापार प्रभावित हो गया। अब निर्वाचन विभाग के निर्देश पर जवाई नदी किनारे पर एक और चौकी स्थापित कर दी गई है। जिससे यहां थोडे बहुत ग्राहक जो खरीदी करने आ रहे थे वे भी शिवगंज आने के बजाय सुमेरपुर से ही खरीदी कर लौट रहे है। जिससे यहां के व्यापार पर बुरा असर पड रहा है।
इससे पहले दीपावली की सीजन पूरी तरह से खराब हो गई थी। व्यापारियों ने बताया कि चौकी पर वाहनों की जांच होने की वजह से पैसा पकड़े जाने के डर से कोई भी खरीदार यहां पैसे लेकर नहीं आना चाह रहा है।
दो से पांच लाख की होती है सामान्य खरीदी
एक अनुमान के मुताबिक यहां जो भी व्यापारी या बाहर से आने वाला ग्राहक वह चाहे कपडा खरीदने के लिए आए या फिर स्वर्ण आभूषण बनावाने के लिए आए, उनके लिए दो से पांच लाख तक की खरीदी सामान्य होती है। जवाई नदी किनारे चौकी होने की वजह से अब ग्राहक भी रूपया लेकर आने से कतरा रहे है। जिसका प्रभाव यहां के व्यापार पर पड रहा है।
व्यापारियों का कहना है कि समय रहते निर्वाचन विभाग ने जवाई नदी किनारे स्थापित की गई चौकी को नहीं हटाया तो चुनाव होने तक यहां का व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हो जाएगा और व्यापारियों को भारी हानि उठानी पड सकती है।
इनका कहना है
चुनाव के दौरान मतदाता को किसी भी रूप से अर्थ से प्रभावित नहीं किया जा सके, इसे रोकने के लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर यह चौकी स्थापित की गई है। यदि कोई व्यक्ति चाहे कितने भी रूपए लेकर आ रहा है वह जांच अधिकारी को उन रूपयों को लाने का औचित्य बताकर अधिकारी को संतुष्ट करें तो किसी प्रकार से उसे परेशान नहीं किया जा सकता। औचित्य बताने के बावजूद यदि किसी को परेशान किया जाता है तो वह इसकी शिकायत स्थानीय या जिला प्रशासन से कर सकता है।
डॉ नरेश सोनी, उपखंड अधिकारी शिवगंज
Source: Sirohi News