चोरी का नया तरीका, अब लग्जरी बसों में पहुंच रही निर्माण सामग्री

पत्रिका न्यूज नेटवर्क/सिरोही/माउंट आबू। प्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू में अब निर्माण सामग्री लाने के लिए रसूखदारों ने नया तरीका अपनाना शुरू कर दिया है। शनिवार अल सुबह गुजरात ट्रेवल्स की दो बसें लोहे के पाइप भरकर माउंट आबू पहुंची। नाके पर तैनात प्रभारी व कर्मचारियों की मिलीभगत से रसूखदार की बस होने के कारण एक बस को जाने दिया। जिसका सामान सुबह 5 बजे के करीब चाचा म्यूजियम के पास खाली किया गया। उसके बाद दूसरी पहुंचने वाली बस को नाके पर रोका गया, उसमें से करीब 1 हजार किलो लोहे के पाइप मिले, उसके बाद मौके पर पहुंचे नाका प्रभारी पंकज माथुर ने भी कर्मचारियों को इस बस को भी छोड़ने के निर्देश दिए। जिसको लेकर पत्रिका ने जब नाका प्रभारी माथुर से दूरभाष पर जानकारी मांगी तो उन्होंने कहा कि मैं घर पर हूं, वहां पहुंचने पर ही पता चलेगा, लेकिन जब माथुर के मौके पर होने का हवाला देकर उनके फोटो तक पहुंचने की बात कही तो उन्होंने आनन -फानन में लोहे के पाइपों को जब्त कर बस पर 15 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। इससे पूर्व में गई बस को लेकर कोई भी अधिकारी व कर्मचारी बताने को तैयार नहीं है। तत्पश्चात मामले की भनक उपखंड अधिकारी को भी लगने के बाद उन्होंने इस मामले में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।

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नाका प्रभारी माथुर के अनुसार गुजरात ट्रेवल्स की बस कुछ सवारियों के साथ लोहे के बड़े सरियों को लेकर पहुंची थी। उसके बाद बस को जब्त कर गुजरात ट्रेवल्स के नाम 15 हजार रुपए की पेनल्टी काटी गई।

अब तक जब्त निर्माण सामग्री कहां है किसी को पता नहीं
नाके पर तैनात कर्मचारियों से लेकर नाका प्रभारी तक पूरी तरह से निर्माण सामग्री को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं। इतने वर्षों से लगातार हो रही कार्रवाई व जब्त की गई निर्माण सामग्री का स्टॉक कहां रखा गया है। इसको लेकर किसी को कोई जानकारी नहीं है। बजरी, पत्थर, ईंटे व लोहे के सरिया पोलो ग्राउंड व नगर पालिका में रखवाया जाता है, लेकिन वहां से कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते या तो किसी को बेचा जाता है या फिर रसूखदारों को पुन: लौटा दिया जाता है। इसको लेकर कभी भी बड़े अधिकारी ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया। अगर इस पूरे मामले की जांच हो जाए तो बड़ा भांडा फोड़ होगा।

ट्रेवल्स के मालिक बोले – आबू रोड के किसी व्यक्ति का था माल, हमने पालिका कर्मचारियों के सामने सुपुर्द करवा दिया : नाका प्रभारी बोले, माल किसका हमको नहीं पता
नाके पर तैनात प्रभारी पंकज माथुर एक बार फिर विवादों में आ गए है, इससे पूर्व भी पिछले वर्ष नगर पालिका में हुई अनियमितताओं को लेकर उपखंड अधिकारी द्वारा निलंबित किए गए थे, लेकिन अब लगातार अवैध रूप से पहुंच रही निर्माण सामग्री को लेकर भी फिर से विवादों के घिर गए। शनिवार को गुजरात ट्रेवल्स की दो बसों में पहुंचे लोहे के पाइपों को लेकर एक बस कैसे पार हुई, इसको लेकर भी संदेह गहराया हुआ है। वहीं दूसरी बस की कार्रवाई भी बमुश्किल की गई। तत्पश्चात अब जब्त किए गए माल को लेकर भी एक बार फिर ट्रेवल्स के मालिक आशीष बंसल व नाका प्रभारी के बयान विरोधाभास है। जब नाका प्रभारी माथुर से पूछा तो उन्होंने कहा कि दोनों बसों में माल था लेकिन इन लोहे के पाइपों का असली मालिक कौन है इसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है। जबकि ट्रेवल्स के मालिक आशीष बंसल ने बताया कि यह माल आबूरोड के किसी व्यक्ति का है जो चालक गलती से लेकर आ गया। चाचा म्यूजियम के पास रखा माल व नाके पर जब्त किया गया माल नगर पालिका कर्मचारियों के समक्ष आबूरोड के व्यक्ति को मिलवाया गया। इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि गुजरात ट्रेवल्स के नाम काटी गई पेनल्टी की राशि भी उसी व्यक्ति ने जमा करवाई है।

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इन्होंने कहा
कितनी बसों में लोहे का सामान आया था, इसके बारे में तो मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन कहीं लापरवाही हुई है तो गलत है। इसको मैं चेक करवा देता हूं।
-सिद्धार्थ पलानीचामी, एसडीएम – माउंट आबू



Source: Sirohi News