पत्रिका न्यूज नेटवर्क/कैलाश नगर/सिरोही। उपतहसील क्षेत्र में इस बार बोई गई मूंग, ग्वार, बाजरे व तिल की फसलें अब बारिश के अभाव में सूखने लगी हैं। जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा हैं। महंगे दामों के बीज, बढ़ती डीजल की कीमत आदि के कारण खेती में किसानों की लागत भी नहीं निकल पा रही है। जिससे किसान बहुत परेशान है। समय पर बारिश होने से कैलाश नगर उपतहसील क्षेत्र के मनादर, झाडोलीवीर, तलेटा, सेऊड़ा, नारादरा, ओड़ा, वाण आदि गांवों में इस बार फसल अच्छी होने की उम्मीद थी, लेकिन अगस्त माह सूख निकलने से फसलें सूखने लगी है।
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इससे किसानों को आर्थिक नुकसान होने की संभावना हो गई है। किसान नारायण सिंह, जेपाराम चौधरी, भंवर सिंह राठौड़ , लाख सिंह, अमराराम देवासी, दिनेश कुमार, फुलाराम माली, मगनलाल, भैराराम चौधरी, असनाराम सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि इस सीजन में वर्षा अच्छी होने से किसानों ने बड़ी उम्मीदों के साथ मूंग, ग्वार, तिल, बाजरे आदि की खरीफ की फसलें बोई थी, लेकिन अब कम वर्षा के अभाव में मूंग, ग्वार, तिल व मूंगफली की फसलें पूरी तरह से सूखने के कगार पर है। मूंग की फसल में फलियां खराब होने लगी हैं। जिससे उत्पादन बहुत कम होने की संभावना हैं। ऐसी हालत तिल व ग्वार की भी हो गई है। ऐसे में अब किसानों को लागत मूल्य भी नहीं मिल पाएगा। किसानों ने बताया कि उन्होंने कर्जा लिया था, लेकिन फसल खराब होने से अब कर्ज तले दबने की चिंता सताने लगी है।
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अरंडी की फसल दे सकती हैं सहारा: मूंग, ग्वार, बाजरा व तिल की फसल खराब होने के बाद अब किसान नई उम्मीदों के सहारे अरंडी की फसल पर जोर दे रहे है। किसानों ने बताया कि अरंडी की फसल बोई हैं, वह सही सलामत रही तो आने वाले समय में किसानों को कुछ राहत दे सकती हैं।
Source: Sirohi News