राजस्थान में अगले सप्ताह सक्रिय रहेगा मानसून, इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी

Monsoon Update ??िरोही. राजस्थान में आगामी एक सप्ताह के दौरान अधिकतर भागों में मानसून फिर से सक्रिय रहने की संभावना है। उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी व उड़ीसा तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून ट्रफ लाइन जैसलमेर, कोटा से होते हुए कम दबाव के क्षेत्र तक फैली है। उधर, एक नया कम दबाव का क्षेत्र 24 जुलाई को उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बनने की प्रबल संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार कम दबाव के क्षेत्र बनने से राज्य में आगामी एक सप्ताह के दौरान अधिकतर भागों में मानसून सक्रिय रहने की संभावना है। इसके असर से राज्य के अधिकांश भागों में हल्के से मध्यम बारिश, जबकि आगामी दो दिनों के दौरान दक्षिणी व पश्चिमी राजस्थान में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ 22-23 जुलाई से राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है।

दो जिलों में हो सकती है अति भारी बरसात

मौसम विभाग की ओर से शुक्रवार के लिए दो जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। स्थानीय स्तर पर चक्रवात की स्थिति बन रही है। मौसम विभाग की ओर से पूर्वी राजस्थान के चित्तौडगढ़ और प्रतापगढ़ के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है। इसमे मेघ गर्जना व वज्रपात के साथ अति भारी बरसात हो सकती है।

इन जिलों में यलो अलर्ट

मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान के अजमेर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर में शुक्रवार को यलो अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जालोर, नागौर व पाली के भी यलो अलर्ट जारी किया है। इन जगहों पर मौसम विभाग ने भारी बारिश, मेघगर्जन, आकाशीय बिजली के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी है।

माउंट आबू में चल रहे झरने, ठंडे मौसम का आनंद ले रहे पर्यटक

हिल स्टेशन माउंट आबू में कभी बारिश तो कभी उमस के साथ लोगों का जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। उधर, मौसम में हो रहे उतार-चढ़ाव के बीच शहर में अब खांसी, जुकाम व बुखार के मरीज भी बढऩे लगे हैं। क्षेत्र में गुरुवार को सुबह से ही बादल छाए रहे। पहाड़ी इलाके में कई स्थानों पर बादल उतर आने से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने रहे। दिनभर धूप नहीं खिलने के कारण मौसम में ठंडक रही।

इधर, नक्की लेक के ऊपर आसमान में लालिमा छाने से भी पर्यटकों को एक अलग नजारा देखने को मिला। पिछले 24 घंटे में माउंट आबू में 3 एमएम बारिश हुई। हिल स्टेशन का गुरुवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री व न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस रहा। बिपरजॉय चक्रवात के बाद से ही लगातार चल रहे झरने भी पर्यटकों के लिए आकर्षण के केंद्र बने हुए है, जहां पर्यटक फोटोग्राफी व सेल्फी का भी जमकर लुत्फ उठा रहे हैं।

होटल संचालकों को नहीं मिल रही लॉन्ड्री

पिछले 1 सप्ताह से माउंट आबू में प्रतिदिन कभी धीमी तो कभी तेज बारिश हो रही है। ऐसे में सबसे ज्यादा होटल संचालक परेशान हो रहे हैं। होटल संचालकों को पिछले 1 सप्ताह से समय पर लॉन्ड्री नहीं

मिलने के कारण कई बार पर्यटकों के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। उधर, लॉन्ड्री संचालक भी लॉन्ड्री सुखाने के लिए माउंट आबू से 25 किलोमीटर दूर आबूरोड जाकर धूप का सहारा ले रहे है।



Source: Sirohi News