आबूरोड. सिरोही. सरकारें विकास का दावा तो करती है, लेकिन आजादी के 76 साल बाद भी सिरोही जिले में आदिवासी क्षेत्र के कई गांवों में लोगों के आवागमन के लिए सड़क तक नहीं बनी है। आबूरोड़ क्षेत्र की सुरपगला पंचायत के ईडरमाल गांव जाने वाला रास्ता पथरीला होने से ग्रामीणों को मरीज को भी उपचार के लिए झोली में डालकर कंधों पर अस्पताल ले जाना पड़ता है। हाल ही आई बारिश में रपट बहने से कई रास्तों के रास्ते और बंद हो गए। मंगलवार को ईडरमाल निवासी एक युवक के घर राशन नहीं होने से राशन की दुकान जाने के दौरान रपट पर पानी में पैर फिसलने से गम्भीर घायल हो गया। रास्ता ठीक नहीं होने से घायल को झोली में डालकर कंधों पर करीब 7 किमी पथरीले मार्ग से पैदल अस्पताल ले जाना पड़ा। इसे देखकर विकास का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
आबूरोड तहसील क्षेत्र में गत दिनों हुई बारिश के बाद कई रपटों पर पानी के बहाव से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। सुरपगला के ईडरमाल में एक युवक के घर राशन नहीं होने से राशन की दुकान जाने के दौरान रपट पर पानी में पैर फिसलने से गिरकर गम्भीर रूप से घायल हो गया। वाहनों से आवागमन के रास्ते बंद होने से करीब 7 किलोमीटर तक परिजन युवक को झोली में डालकर कंधों पर उठाकर मुख्य मार्ग पर पहुंचे। जहां से उसे अस्पताल ले जाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि आए दिन लोग रपट पर गिरकर घायल हो रहे हैं।
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7 किमी दूर राशन लेने जाते समय गिरकर हुआ घायल
सुरपगला के ईडरमाल गांव निवासी भगाराम पुत्र राजाराम गरासिया मंगलवार को अपने घर में खाद्यान्न नहीं होने से 7 किलोमीटर दूर सुरपगला गांव में राशन की दुकान पर राशन सामग्री लेने पैदल गया था। इसी दौरान सुरपगला नदी में रपट पर पानी के बहाव में पैर फिसलकर नीचे गिरकर घायल हो गया। दोनों पैरों व एक हाथ में चोटें आने से परिजनों ने प्राथमिक उपचार कर सड़क मार्ग नहीं होने के कारण भगाराम को झोली में डालकर कंधों के सहारे उसके गांव लेकर गए। इसके बाद उसे कंधों पर ही अस्पताल ले जाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि सुरपगला से ईडरमाल, बांधियागढ़ गांव जाने के लिए सड़क नहीं होने से 250 लोगों की आबादी को पथरीले मार्ग से गुजरने को मजबूर होना पड़ता है।
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Source: Sirohi News