police caught the accused in the rape of a minor girl, he turned out to be a girl, not a young manराजस्थान के सिरोही जिले में जिला मुख्यालय स्थित महिला पुलिस थाने में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। इलाके की एक नाबालिग किशोरी के अपहरण व रेप के मामले में पुलिस आरोपी को पकड़कर थाने लाई और उसका मेडिकल कराया तो वह युवक नहीं युवती निकली।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कहा कि वह लड़की का रेप नहीं कर सकता, क्योंकि वह पुरूष नहीं, महिला है। इस पर पुलिस को विश्वास नहीं तो उसका मेडिकल कराया गया, जिसमें वह महिला निकली। सिरोही शहर के महिला पुलिस थानाधिकारी माया पंडित ने बताया कि 28 नवंबर को थाने में एक नाबालिग किशोरी ने मूंगथला, आबूरोड निवासी शंकर नाम के युवक के खिलाफ उसका अपहरण कर रेप करने का मामला दर्ज कराया था। रिपोर्ट में बताया था कि आरोपी शंकर ने उसका अपहरण कर दो दिन तक उसका रेप किया।
मामला दर्ज करने के बाद थानाधिकारी माया पंडित के नेतृत्व में थाना पुलिस ने जांच की तो बताए गए गांव में शंकर नाम का कोई युवक नहीं मिला। इस पर पुलिस ने फिर पीडि़ता से आरोपी युवक के बारे में पूछताछ की। पीडि़ता के बताए हुलिए के आधार पर पुलिस 8 दिसंबर को आरोपी युवक शंकर को शहर के एक आश्रम से हिरासत में लेकर थाने लाई और गहनता से पूछताछ की।
बोला—वह रेप नहीं कर सकता, क्योंकि वह खुद महिला है
थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान अरोपी ने पुलिस को बताया कि वह उस लडक़ी को लेकर जरूर गया था, लेकिन उसने रेप नहीं किया। उसने कहा कि वह रेप कर ही नहीं सकता, क्योंकि वह खुद महिला है। इस पर पुलिस को विश्वास नहीं हुआ और उसका सिरोही अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर मेडिकल बोर्ड से जांच कराई तो जांच में उसके महिला होने की पुष्टि हुई। इस पर पुलिस ने उसे अपहरण के मामले में गिरफ्तार कर न्यायलय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया।
पति के छोड़ने पर लड़का बनकर रहने लगी, तीन साल की बेटी भी
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मूंगथला आबू रोड निवासी लीला नाम की युवती है। उसके पिता की काफी साल पहले मौत हो गई। उसने पुलिस को बताया कि परिजनों ने उसकी बचपन में शादी कर दी। उसके एक 3 साल की बेटी भी है। शादी के कुछ साल बाद पति ने उसे छोड दिया। इसके बाद से कोई उसे परेशान नहीं करें और अपने जीवन यापन के लिए युवक बनकर रहने लगी। उसकी हेयर स्टाइल के अलावा पेंट शर्ट पहनती थी। उसने अपना नाम शंकर रख लिया। वह होटलों पर काम कर के अपना जीवन यापन करने लगी। इसी बीच उसकी बस स्टैण्ड पर एक किशोरी से जान पहचान हो गई। दोनों ने फोन नंबर एक्सचेंज कर लिए और आपस में बात होने लगी। इसके बाद अरोपी लीला उक्त किशोरी को अपने साथ ले गई। जिस पर उसके चंगुल से छूटने के बाद उसने थाने में मामला दर्ज कराया तो यह मामला सामने आया।
अपहरण के मामले किया गिरफ्तारपुलिस ने बताया कि आरोपी कि खिलाफ दर्ज कराया गया रेप का मामला तो झूठा निकला, लेकिन नाबालिग के अपहरण के मामले में उसे गिरफ्तार किया गया है। उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
Source: Sirohi News