अमरसिंह राव
माउंटआबू @ पत्रिका . भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भाजपा के प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण के समापन में जोश भरते हुए कहा कि भाजपा ही एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है, शेष परिवारवाद पर सिमटी है। नड्डा ने 52 मिनट के भाषण में परिवारवाद, मिशन 2023 मोदी की योजनाओं और व्यक्तित्व का सिलसिलेवार विश्लेषण किया।
उन्होंने पदाधिकारियों को पाटी की रीति-नीति पर चलते हुए मिशन 2023 व 2024 को सफल बनाने का आह्वान किया। उन्होंने जनता से संवाद करने का पाठ भी पढ़ाया। राष्ट्रीय अध्यक्ष के शिविर में पहुंचने से भाजपा पदाधिकारी जोश से लबरेज नजर आए।
मोदी की योजनाओं पर…
कांग्रेस के पास कभी कोई ठोस योजना नहीं रही। टिटनेस का टीका तीस साल तक नहीं बना पाई। जबकि मोदी कई योजना लेकर आए। कोराना टीका बनाने से लेकर लगाने की तिथि आम आदमी तक है। मोदी कई जलकल्याणकारी योजना लेकर आए, जो अंतिम छोर तक पहुंचाई। हर कोई यह कहता कि मैंने यह किया…मैंने वो किया…मुझे इसका सर्टिफिकेट मिलना चाहिए। खुद का विश्लेषण करो कि वह पद से सुगन्धित हो रहा है या पद को सुगन्धित कर रहा है।
मिशन 2023 पर….
चुनाव में जीत हासिल करने के लिए टारगेट तय करके चलना होगा। जनता के पास तर्क के साथ जाएं। हम कहां खड़े है? कहां जाना है? और कितने समय में जाना है? यह तय करना होगा। स्थानीय आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को जरूर ध्यान में रखें।
कोई घर पर आएं, यह नहीं कहें बिट्टू बेटे से मिलो..
याद रहेगी वादियां : प्रशिक्षण शिविर के समापन पर भाजपा के नेताओं ने इस प्रशिक्षण शिविर को यादगार व सफल बताया। कार्यकर्ताओं और जिला कार्यकारिणी की तारीफ की।
70 प्रतिशत सुनें, 30 प्रतिशत बोलें : ’मेरा क्या होगा’ ऐसा भाव मन में नहीं फटकने दें। देश व पार्टी की सेवा के लिए घर से निकल ही चुके हैं तो फिर बेहतरीन करें। नेताओं को सुनना चाहिए। अच्छे कार्यकर्ता का गुण है 70 प्रतिशत सुनें और 30 से 40 प्रतिशत बोलें।
मीडिया से दूरी : राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उद्बोधन के समय मीडिया कर्मियों को प्रशिक्षण सभा भवन से बाहर रहने की अपील की गई। हालांकि स्वागत की रस्म के लिए कुछ देर के लिए मीडियाकर्मियों को अंदर प्रवेश दिया गया। इसके बाद बाहर भेज दिया।
पूर्व विधायक को अवसर : तीन दिन तक चले भाजपा के प्रशिक्षण शिविर में 15 सत्र हुए। जिसमें मंच पर केवल एक वक्ता के अलावा दूसरी चेयर पर किसी अन्य नेता को अध्यक्षता के लिए बैठाया जाता था। कार्यक्रम में आहोर के पूर्व विधायक शंकर सिंह राजपुरोहित को कार्यक्रम के अंतिम दिन मंगलवार को पार्टी के प्रदेश महामंत्री चंद्रशेखर के सम्बोधन के दौरान उनके पास कार्यक्रम की अध्यक्षता के लिए बैठाया गया।
घरवालों को राजनीति से दूर रखें : राजनीति को घर से दूर रखें। अपना दरवाजा सिर्फ अपनी ओर खुलना चाहिए ना कि अन्य की तरफ। यदि कोई आपसे मिलने आएं तो किसी भी नेता को यह नहीं कहना चाहिए कि बिट्टू से मिलो या बेटे से मिलो। इसके बाद पूरे शिविर में एकाएक पदाधिकारियों में हंसी छूट गई।
ये रहे मौजूद
प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश प्रभारी व राष्ट्रीय महासचिव सांसद अरुण सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड़, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य सांसद कनकमल कटारा, प्रदेश उपाध्यक्ष सीपी जोशी, सांसद राजेंद्र गहलोत, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, प्रशिक्षण शिविर के प्रभारी वीरमदेवसिंह जैसास, राजसमंद सांसद दिया कुमारी, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, माधोराम चौधरी व प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा मौजूद थे।
ये मंत्र भी दिए…
● हमेशा मुस्कुराइए, प्रेम से बोले-प्यार करें
● अहंकार त्यागें, मैंने किया…के भाव त्यागें
● नेता की तरह ज्यादा नहीं बोलें, सुनना भी सीखें
● समय के पाबंद बनें, धैर्य रखें
ये दी सीख
● कोरोना में सभी ने अच्छा काम किया, इसे निरंतर रखें
● एकला चलने की प्रवृति त्यागें। सभी के बीच संतुलन बनाएं।
● कोई शब्द बोलने से पहले उसे परखें फिर सोच समझकर बोलें
● हर काम को करते समय एक दूसरे का ख्याल रखें
● नकारात्मक प्रवृति छोड़ें। सकारात्मक बनें।
● सामाजिक समरसता बनाए रखें।
● अधिक से अधिक लोगों को जोड़ें।
Source: Sirohi News