सिरोही. पिण्डवाड़ा (सिरोही) में संचालित टीएसपी योजनान्तर्गत कलिंगड़ा (बीज वाले मतीरा) की उन्नत खेती पर किसानों के लिए एक दिन का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। अखिल भारतीय समन्वित क्षमतावान फसल अनुसंधान नेटवर्क, कृषि अनुंधान केन्द्र मंडोर व कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर की ओर से आयोजित इस प्रशक्षिण शिविर में पचास किसानों को कलिंगड़ा की उन्नत किस्म सीएजेड जेके 13-2 एवं जीके-2 के बीज के साथ प्लास्टिक की टंकियां वितरित की गई।
कृषि अनुसंधान केन्द्र एवं परियोजना के अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार ने कलिंगड़ा की वैज्ञानिक खेती और इससे होने वाले लाभ के बारे में विस्तृत चर्चा की। एनबीपीजीआर के क्षेत्रीय केंद्र जोधपुर के ऑफिसर इंचार्ज डॉ. विजयसिंह मीणा ने कलिंगडा की खेती के बारे में बताया। जिले के किसानों के लिए इसकी खेती आय में वृद्धि करने वाली एवं पोषण सुरक्षा करने वाली बताया। कृषि विज्ञान केन्द्र, सिरोही के डॉ. रविन्द्र प्रताप सिंह जैतावत ने कृषि विज्ञान केन्द्र की विभिन्न गतिविधियों से कृषकों को अवगत करवाया। सीएमएफ संस्था की हेमलता ने कार्यक्रम का संचालन किया। सीएमएफ के ही रमेश कुमार ने जैविक खेती के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में जोधपुर से आए संजय मालपाणी भी उपस्थित रहे।
निगले सियार को लोगों ने अजगर के मुंह से बाहर निकाला
सनवाड़ा. क्षेत्र के टोकरा बांध के पास स्थित एक कृषि कुएं पर अजगर आने से हड़कम्प मच गया। अजगर करीब 9 फीट लम्बा था। स्थानीय लोगों ने बताया कि अजगर ने सियार को निगल रखा था। लोगों ने भारी मशक्कत के बाद सियार को अजगर के मुंह से बाहर निकाला। फिर अजगर को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया।
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Source: Sirohi News