आबूरोड. कोरोना महामारी के खिलाफचलाए जा रहे अभियान के तहत चिकित्सा विभाग ने अब वैक्सीनेशन शुरू कर दिया है। शनिवार को वैक्सीनेशन के लिए चयनित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना टीकाकरण शुरू किया गया। स्वास्थ्यकर्मियों व लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करने के लिए स्वयं पीएचसी प्रभारी ने तहसील क्षेत्र में सबसे पहले वैक्सीन लगवाई। पहले चरण में फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जा रही है। पहले दिन कुल 65 कार्मिकों को वैक्सीन लगवाई गई। वैक्सीन लगवाने को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों में भी उत्साह नजर आया।
चिकित्सा विभाग के तत्वावधान में शनिवार को शहरी पीएचसी में उपखंड अधिकारी डॉ. गौरव सैनी, तहसीलदार रामस्वरूप जौहर, बीसीएमओ डॉ. गौतम मोरारका, आबूरोड सीएचसी प्रभारी डॉ. एमएल हिंडोनिया व शहरी पीएचसी प्रभारी डॉ. विक्रांत सक्सेना की उपस्थिति में आयोजित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की विडियो कॉन्फ्रेंसिंग हुई। इसमें मुख्यमंत्री व चिकित्सा विभाग के आला अधिकारियों की ओर से दिशा निर्देश की पालना करते हुए टीकाकरण अभियान का आगाज किया गया। टीकाकरण अभियान शुरू होने से पहले ही स्वास्थ्यकर्मी टीका लगवाने के लिए कतार में इंतजार करते दिखाई दिए। सबसे पहले पीएचसी प्रभारी डॉ. विक्रांत सक्सेना ने कतार में वेरिफिकेशन करवाकर थर्मल स्कैनिंग करवाई। इसके बाद चिकित्साकर्मियों ने टीका लगाया। वैक्सीनेशन के बाद डॉ. सक्सेना को आधे घंटे बैठाया गया। इसके बाद अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई। वैक्सीन लगा रहे स्टाफ ने भी पहले दिन वैक्सीन लगवाई। बीसीएमओ डॉ. गौतम मोरारका ने बताया कि पहले दिन 65 कार्मिकों को वैक्सीन लगाई गई। तहसील क्षेत्र में कुल 1600 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। चिकित्सक डॉ. सलीम खान, वरिष्ठ नर्सिंगकर्मी दुर्गेश सक्सेना, सुखबीर सिंह, आरआई सुखराजसिंह चारण समेत कई लोग मौजूद थे।
पहली वैक्सीन लगवाने वाले डॉ. सक्सेना की जुबानी …
शहर में पहली वैक्सीन लगवाने का मौका मिला तो काफी अच्छा एहसास हो रहा है। वैक्सीन लगवाने के बाद कोई साइड इफेक्ट नहीं हुए। वैक्सीन लगवाने वाले सभी स्टाफ का भी रेस्पॉन्स अच्छा मिला है। आमतौर पर कोई नई दवाई या वैक्सीन आने पर आमजन में संकोच होता है। ऐसे में पहले चिकित्सक के वैक्सीन लगाने से काफी हद तक यह संकोच भी दूर होगा। सभी को निश्चिंत होकर वैक्सीन लगानी चाहिए।
– डॉ. विक्रांत सक्सेना, प्रभारी, पीएचसी आबूरोड.
Source: Sirohi News