आबूरोड. समीपवर्ती ओर गांव स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बुधवार को एक शिक्षक के प्रधानाचार्य पर कुर्सी से हमला कर दिया। अन्य शिक्षकों के बीच-बचाव करने पर कुर्सी प्रधानाचार्य की टेबल पर गिरी। जिससे प्रधानाचार्य बाल-बाल बच गए। वहीं पूरे कमरे में टेबल के कांच बिखर गए। जब घटना की जानकारी विभागीय अधिकारियों व पुलिस को मिली, तो सीबीईओ दलपतराज पुरोहित, दरबार स्कूल संस्था प्रधान सतीश पुरोहित व सदर थाने से एसआई सपाराम मय जाब्ता मौके पर पहुंचा। पुलिस ने शिक्षक के खिलाफ मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार राउमावि ओर में बुधवार सुबह प्रधानाचार्य प्रवीण राजपुरोहित प्रधानाचार्य कक्ष में बैठे थे। इस पर स्कूल में कार्यरत व्याख्याता रामावतार टॉक के कक्ष में पहुंचने पर प्रधानाचार्य ने दो दिन पूर्व बिना सूचना दिए अवकाश पर जाने को लेकर समझाने लगे। इस दौरान कक्ष में मौजूद अन्य व्याख्याता के समझाने पर बहस हो गई। प्रधानाचार्य के भाषा को लेकर कहने पर शिक्षक ने कुर्सी उठाकर हमला करने लगे तो अन्य शिक्षकों ने रोक लिया। जिस पर कुर्सी टेबल पर गिर गई। घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण भी स्कूल में एकत्रित होने लगे। सूचना मिलने पर पुलिस व विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रधानाचार्य ने शिक्षक के खिलाफ रिपोर्ट देकर मामला दर्ज करवाया। सदर पुलिस के अनुसार ओर स्कूल के प्रधानाचार्य प्रवीण राजपुरोहित ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि स्कूल के व्याख्याता रामावतार टॉक ने उनके साथ मारपीट की।
प्रधानाचार्य – गाली-गलौज करने पर रोका तो किया हमला
प्रधानाचार्य प्रवीण राजपुरोहित ने बताया कि दो दिन पूर्व बिना जानकारी दिए या स्वीकृति के अवकाश पर चले गए। आज सुबह उन्होंने शिक्षक को समझाने के लिए बुलाया था। इस दौरान दूसरे शिक्षकों के साथ गाली-गलौज करना शुरू करने पर उन्होंने सभ्य भाषा में बात करने का कहने पर शिक्षक ने कुर्सी उठाकर हमला करने का प्रयास किया। अन्य शिक्षकों के रोकने पर कुर्सी टेबल फेंक दी। पूर्व में भी स्टाफ के साथ विवाद हो चुका है। एफआईआर दर्ज करवाकर नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उधर, शिक्षक रामवतार टॉक का कहना था कि प्रधानाचार्य गत तीन माह से उनकी सैलेरी नहीं बना रहे हैं। ऐसे दबाव में कैसे काम करे। शिक्षक ने स्कूल में शिक्षकों के बीच भेदभाव करने का आरोप लगाया।
शिक्षक को भेजने पर ग्रामीणों ने की नारेबाजी
घटना के बाद जब पुलिस की मौजूदगी में शिक्षक स्कूटी लेकर रवाना हो गए, तो स्कूल में एकत्रित ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी को खरी-खोटी सुनाना शुरू कर दिया। जिस पर एसआई सपाराम ने ग्रामीणों से कहा कि शिक्षक को थाने ले जाया गया है। पुलिस जीप में शिक्षक को ले जाने की मांग पर ग्रामीणों के अडऩे पर शिक्षक को वापस स्कूल लाकर पुलिस जीप में थाने ले जाया गया। जिस पर ग्रामीण शांत हुए।
स्कूल स्टाफ, पंचायत व शिक्षक संघ ने की त्वरित कार्रवाई की मांग
उधर, घटना के बाद पंचायत के सरपंच समेत ग्रामीणों, स्कूल स्टाफ व शिक्षक संघ ने सम्बंधित व्याख्याता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सरपंच बर्फी देवी, यशपालसिंह देवड़ा, सुरेशकुमार समेत ग्रामीणों ने मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन देकर घटना से अवगत करवाते हुए व्याख्याता को निलम्बित करने की कार्रवाई की मांग की। वहीं स्कूल शिक्षक सरोज गांदी, कौशल्या सैनी, अनिता जैन, गायत्री रावत, ऊर्षा शर्मा, मधुबाला समेत शिक्षकों ने ज्ञापन देकर बताया कि व्याख्याता आए दिन स्कूल में झगड़ा व स्टाफ के साथ गाली-गलौज करता है। जिससे पिछले दो-तीन माह से माहौल खराब है। सुबह व्याख्याता यशवंत कच्छवाह से गाली-गलौज करने पर प्रधानाचार्य ने समझाया तो शिक्षक ने प्रधानाचार्य से गाली गलौज करते हुए कुर्सी से हमला कर दिया। उधर, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ भारत के राष्ट्रीय सचिव मोहन पुरोहित ने हमले की निंदा करते हुए व्याख्याता को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग की है।
इन्होंने बताया …
घटना गम्भीर है। इस प्रकार का व्यवहार शैक्षणिक माहौल के अनुकूल नहीं है। घटना के सम्बंध में जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत करवा दिया गया है। दोषी कार्मिक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
– दलपतराज पुरोहित, सीबीईओ, शिक्षा विभाग आबूरोड
Source: Sirohi News