जिले के इस महात्मा गांधी स्कूल को सर्वश्रेष्ठ बनाने का प्रयास, आगे आए भामाशाह, प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में बैठक

जावाल. कस्बे सहित आसपास की ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे लाने व अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई करवाने के लिए इस साल जावाल में महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल खुला है। अब ग्रामीण विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई का मौका मिलेगा। प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। निजी विद्यालय की तर्ज पर सर्व सुविधायुक्त विद्यालय बनाने के लिए शुक्रवार को प्रधानाचार्य ईश्वरलाल पुरोहित की अध्यक्षता में भामाशाहों की बैठक हुई।
संस्था प्रधान ने कहा कि फर्नीचर, रंग-रोगन, शिक्षण सहायक सामग्री, पंखे आदि के लिए भामाशाहों के सहयोग की आवश्यकता है। इस पर भामाशाह प्रदीप सुथार ने दो कक्षा-कक्ष, शीतल टेलर ने दो कक्ष एवं जिला शांति समिति सदस्य पुनीत अग्रवाल, दिलीप भाई जैन, हिम्मत भाईसुथार, गणपत ओझा, नाथू भाई पुरोहित, बाबूलाल पुरोहित ने एक-एक कक्षा-कक्षा में सुविधाएं देने की घोषणा की। साज-सज्जा में प्रति कक्षा-कक्ष की अनुमानित लागत 51 हजार रुपए होगी। कम्प्यूटर लैब को सुसज्जित करने की घोषणा की गई। रणजीत राजपुरोहित ने विद्यालय वाटिका की सुरक्षा एवं तारबंदी और छगनलाल सोनी ने पौधरोपण के लिए पांच हजार रुपए देने की घोषणा की।

समिति का गठन
संसाधनों के लिए भामाशाहों की ओर से नाथू भाई पुरोहित की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया। समिति में हिम्मत भाईसुथार, गणपतलाल ओझा, तुलसीराम पुरोहित, फूलाराम घांची, हिम्मतराम माली, बदाराम माली, जेठमल टेलर, तेजाराम मेघवाल, लीलाराम प्रजापत, प्रदीप सुथार, रमेश टेलर, ताराराम प्रजापत, कमलसिंह सोढ़ा, कमलेश जीनगर, अमृतदास वैष्णव को सदस्य बनाया गया। संस्था प्रधान ने भामाशाहों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन कमलसिंह सोढ़ा ने किया। इस अवसर पर प्रभुराम सुथार, चेनाराम, भूराराम घांची आदि मौजूद थे।

सर्वश्रेष्ठ बनाने का प्रयास
प्रधानाचार्य ईश्वरलाल पुरोहित ने बताया कि विद्यालय को जिले का सर्वश्रेष्ठ बनाने का प्रयास किया जाएगा। पंचायत की ओर से कुछ निर्माण कार्य करवाए जाएंगे। सरस्वती मंदिर निर्माणाधीन है। पूरे परिसर में सीसीटी कैमरे लगाए जाएंगे। हालाकि आधे में भाग में कैमरे लगे हुए हंै। प्रार्थना स्थल तैयार करवाया जाएगा। रोचक पेंटिंग व शिक्षा का वातावरण देने के लिए गांधी दर्शन के बोर्ड लगाए जाएंगे। प्रवेश आवेदन जमा करवाने की अंतिम अतिथि 10 अगस्त है।



Source: Sirohi News