सिरोही. देशभर में लॉक डाउन चल रहा है। ऐसे भी कोरोना कर्मवीर हैं जो आपकी अर्थ व्यवस्था में जुटे हैं ताकि तंगी महसूस नहीं हो। हम बात कर रहे हैं सरकारी और प्राइवेट बैंकों के कर्मचारियों की। ये कर्मचारी गाढ़ी कमाई को आप तक पहुंचाने में मदद कर रहे हैं। नौकरीपेशा लोगों के वेतन का संघारण कर रहे हैं।
इस जानलेवा बीमारी के बावजूद कर्मवीरों का हौसला कमाल का है। बैंक कर्मचारी परिवार व जिंदगी की परवाह किए बिना ग्राहकों को पैसे उपलब्ध करवा रहे हैं। ग्राहकों से लॉक डाउन के नियमों व सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील भी कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में साक्षरता की कमी के बावजूद बैंक कर्मचारी सुबह से शाम तक ग्राहकों को पैसे उपलब्ध करवाने में जुटे हुए हैं ताकि आवश्यकओं की पूर्ति हो सके।
मनादर स्थित एसबीआई के ब्रांच मैनेजर जितेन्द्र वर्मा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण यहां के लोग कम साक्षर हैं। ऐसे में ब्रांच में आने वाले ग्राहकों को लॉक डाउन के नियमों का पालन करने के निर्देश दे रहे हैं। हमारी पूरी कोशिश रहती है कि ग्राहकों को हर संभव सहयोग मिले। छाया के लिए टेंट, पानी की व्यवस्था, सामाजिक दूरी के लिए गोल घेरे समेत अन्य हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवा रहे हंै। इस कार्य में प्रशासन भी सहयोग कर रहा है।
मनादर ब्रांच ग्रामीण क्षेत्र में आने के कारण पहले हमारे पास कोई सेनेटाइजर व अन्य व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में उदयपुर रीजनल ऑफिस ने कैश व अन्य सुविधा उपलब्ध करवाई। ब्रांच में प्रवेश से पहले ग्राहकों के हाथ धोने, एटीएम पर सेनेटाइजर समेत सभी व्यवस्था की गई। वहीं आवश्यक होने पर ही रुपए लेने की अपील की जा रही है। ऑनलाइन लेन-देन को बढ़ावा दिया जा रहा है। बीसी से भी ग्राहकों को पैसे पहुंचा रहे हैं। वर्मा ने बताया कि ब्रांच में तीन कर्मचारी हैं। ऐसे में सुबह 9.30 से शाम 5 बजे तक कार्य कर रहे हैं। इस ब्रांच में आसपास के 6 से 7 गांव के लोग आते हैं। इस कार्य में दो कर्मचारी साहिल शेखर, दीपक कुमार भी सहयोग कर रहे हैं।
उधर, कैलाशनगर एसबीआई ब्रांच मैनेजर सोमदत्त ने बताया कि करीब सात गांवों के लोग आते हैं। कर्मचारियों की कमी के बावजूद ग्राहकों को हरसंभव सहयोग कर रहे हैं। सभी ग्राहकों को सेनेटाइज कर, मास्क बांधकर, हाथ धोकर बैंक में प्रवेश दिया जा रहा है। इसी प्रकार अन्य बैंकों के कार्मिक भी मुस्तैदी से जुटे हैं।
Source: Sirohi News