रेवदर : अक्षय तृतीया पर नहीं शादियां, व्यापारियों में मायूसी

रेवदर. लॉक डाउन होने से कस्बे समेत समूचे उपखण्ड क्षेत्र में शादियां टलने पर व्यापारियों में निराशा है। ऐसा पहली बार है जब अक्षय तृतीया पर मांगलिक कार्य नहीं होंगे। लोगों ने गर्मी के सीजन में शादियां करने की उम्मीद छोड़ दी है। अप्रेल में लॉक डाउन खुलने की उम्मीद लगाए बैठे कई लोगों ने तो कार्ड छपवा लिए, हलवाई, टेंट, फोटोग्राफर, आभूषण विक्रेताओं के पास बुकिंग भी करवा दी थी। ये सभी बुकिंग अब रद्द करवानी पड़ी हैं।
गौरतलब है कि रेवदर उपखण्ड कृषि आधारित क्षेत्र है। इस वर्ष काश्तकार अच्छी फसल की आस लगाकर आखातीज पर मांगलिक कार्य की तैयारी में थे, लेकिन अब यह नहीं होगा। कई लोगों का मानना है कि अगर मई और जून में शादी होती भी हंै तो संक्रमण के खतरे को देखते हुए दूर-दराज के मेहमान नहीं आ पाएंगे। ऐसे में शादी टालना ही उचित समझ रहे हंै।
टेंट व्यापारी राजू भाई माली ने बताया कि शादियों के सीजन के चलते टेंट व डेकोरेशन के लिए सामान खरीदा था। लॉक डाउन के चलते शादियां रद्द हो गईं। हलवाई मोतीसिंह के अनुसार केटर्स के लिए नए सामान की खरीदारी की थी।

बस संचालकों को नुकसान
लॉक डाउन के चलते निजी बस संचालकों को इस बार लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। शादियां टलने से एडवांस बुकिंग रद्द कर दी गई है। इसके अलावा बसों के रूट पर नहीं चल पाने, अन्य गतिविधियां नहीं होने से चालक-परिचालकों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पंडित नारायण महाराज ने बताया कि इस सीजन में कई शादी समारोह थे लेकिन कोरोना की भेंट चढ़ गए।

इनका कहना…
कस्बे में दर्जनों कपड़ा व्यापारियों ने लाखों का माल मंगवाया था मगर लॉक डाउन के चलते नुकसान उठाना पड़ रहा है।

– नटवर दर्जी, अध्यक्ष, कपड़ा व्यापार संघ, रेवदर



Source: Sirohi News