सिरोही. देशभर में कोरोना वायरस ने त्राहि-त्राहि मचा रखी है। लॉक डाउन के कारण निजी स्कूलों के संचालक भी प्रभावित हो रहे हैं। विद्यार्थियों की परीक्षाएं स्थगित होने से स्कूल संचालक चिंतित हंै क्योंकि ज्यादातर की वर्ष भर की फीस अटक गई है। निजी स्कूल संचालकों ने बताया कि विद्यार्थियों से फीस लेने का उचित समय परीक्षा से पहले ही होता है। ऐसे में परीक्षा स्थगित होने ने अब फीस कब आएगी? इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। दूसरी तरफ राज्य सरकार ने आरटीई के तहत निशुल्क पढऩे वाले बच्चों की 2018-19 की दूसरी किस्त का पुनर्भरण भी कुछ स्कूलों को नहीं किया है। शिक्षा सत्र 2019-20 की दोनों किस्तें बकाया हैं। 430 निजी स्कूलजिलेभर में करीब 430 निजी स्कूल संचालित हैं। इनमें प्राथमिक -उच्च प्राथमिक 350 व माध्यमिक -उच्च माध्यमिक करीब 80 स्कूल हैं।
इन्होंने बताया…
आरटीई के तहत 2018-19 की पुनर्भरण की प्रथम व द्वितीय किस्त प्राथमिक व उच्च प्राथमिक की सभी स्कूलों को दी है। सिरोही ब्लॉक में कुछ स्कूल बाकी हैं। बजट नहीं होने से राशि नहीं मिल पाई है। बजट आते ही भुगतान कर दिया जाएगा। वहीं निजी स्कूलों में प्रवेश का यही उचित समय होता है।
– नरेन्द्रसिंह आढ़ा, आरटीई, प्रभारी, सिरोही
कोरोना का असर निश्चित रूप से निजी स्कूलों पर पड़ेगा। उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होगी। अधिकांश स्कूलों में विद्यार्थियों की फीस परीक्षा से पहले ही आती है। आरटीई में 2018-19 की दूसरी किस्त में सिरोही ब्लॉक के 35 स्कूलों के भुगतान नहीं मिला है।
– विजयपालसिंह, जिलाध्यक्ष, निजी विद्यालय संगठन, सिरोही
Source: Sirohi News