सिरोही. राजस्थान शिक्षा सेवा प्राध्यापक संघ (रेसला) एवं राजस्थान शिक्षा परिषद (रेसा-पी) का सम्मेलन एसपी कॉलेज में शुरू हुआ। सम्मेलन का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्य अतिथि एसपी कॉलेज के निदेशक आशुतोष पटनी थे। अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक सुरेश कुमार जीनगर ने की। प्रथम दिन सरकारी शिक्षा के बढ़ते कदम, बाधाएं व उपचार तथा संगठन का सामाजिक सरोकार पर चर्चा की गई।
पटनी ने कहा कि समाज के बदलते परिवेश में शिक्षकों की अहम-भूमिका है। स्कूल की प्रमुख धुरी प्रधानाचार्य व व्याख्याता होते हैं। जीनगर ने सभी को संगठित होकर हर क्षेत्र में सकारात्मक सोच के साथ आगे बढऩे का आह्वान किया।
रेसा-पी के जिलाध्यक्ष आनंदराज आर्य ने रेसला एवं रेसा-पी के बैनर तले पूर्व में किए संघर्ष एवं उनके परिणामों की जानकारी दी। रेसला के जिलाध्यक्ष नरेश परमार ने सभी सदस्यों का आभार जताते हुए संघ की उपलब्धियों व प्रमुख मांगों से अवगत करवाया। व्याख्याताओं की 5वीं अनुसूची के अंतर्गत वेतन कटौती निरस्त कर प्रधानाध्यापक माध्यमिक शिक्षा के बराबर वेतन निर्धारित करने, पुरानी पेंशन योजना लागू करने समेत अन्य मांगों पर चर्चा की गई। सहायक परियोजना अधिकारी कांतिलाल खत्री, रेसा-पी के जिला मंत्री मांगीलाल मेघवाल, जगदीशसिंह, सुरभि सिंदल, धर्मदत्त व्यास, सुरेश प्रजापत, विक्रमसिंह देवड़ा आदि ने विचार व्यक्त किए। अगस्त 2020 तक सेवानिवृत्त होने वाले प्रधानाचार्य एवं प्राध्यापकों का स्वागत किया। संचालन कार्यक्रम अधिकारी सुनील गुप्ता ने किया। अंत में नवनिर्वाचित ब्लॉक कार्यकारी एवं अध्यक्ष रेवदर के पोपटलाल छीपा, शिवगंज के नरेन्द्र परिहार, पिण्डवाड़ा के भरत माली, सिरोही के सुनील गुप्ता, पाली मण्डल के ओड़ा स्कूल में कार्यरत दीनदयाल सैनी, बालिका स्कूल सिरोही में कार्यरत विपिन गेहलोत का स्वागत किया।
Source: Sirohi News