सिरोही. कालंद्री के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में छत की पट्टियां टूटी थीं। इन्हें पतली बल्लियों के सहारे अटका रखा था। डॉक्टर के कक्ष में गुटखे के पाउच, मटमैले बिस्तर एवं तकिए में लटें पाई गईं। स्ट्रेचर पर खून व गंदी मिली। टॉयलेट गंदगी से अटे थे। प्रसूति गृह में बेड फटे व गंदे पाए पाए।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव गणपतलाल विश्नोई एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जयमाला पानीगर ने गुरुवार को स्वास्थ्य केन्द्र का आकस्मिक निरीक्षण किया तो हालात विकट पाए गए। केन्द्र पर सफाई व्यवस्था चौपट मिली।
अस्पताल का चिकित्सकीय वेस्ट वार्ड में फर्श पर अस्त-व्यस्त पड़ा मिला। जगह-जगह तम्बाकू की पीक के निशान पाए गए। केन्द्र इंचार्ज अव्यवस्थाओं के संबंध में उचित प्रत्युत्तर नहीं दे सके। इस पर प्राधिकरण सचिव ने नाराजगी जताई। इन हालात में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने टिप्पणी की, ‘अस्पताल की सफाई व्यवस्था देखकर लगता है कि यहां स्वस्थ व्यक्ति भी आए तो बीमार होकर जाएगा।Ó
क्या आप ऐसे शौचालय का उपयोग करोगे
न्यायिक अधिकारियों ने शौचालय का निरीक्षण किया तो अंदर काली कोदरमी कीड़े घूम रहेथे। इस पर विश्नोई ने चिकित्सा प्रभारी को कहा कि अगर एक दिन के लिए आपको शौचालय के उपयोग के लिए कहा जाए तो आप करोगे? तो चिकित्सा अधिकारी ने मना कर दिया। विश्नोई ने कहा कि आप नहीं जाते तो मरीज कैसे जाते होंगे। अधिकारियों ने अस्पताल के वेटिंग रूम का निरीक्षण किया तो बेड पर कबाड़ तथा चाय के कप पड़े थे। मजिस्ट्रेट पानीगर ने कहा कि अब तक के निरीक्षण में सबसे गंदा अस्पताल यही है।यह अस्पताल तो पोसालिया से भी गंदा है।
बीमारी का घर
न्यायाधीश विश्नोई ने चिकित्सक को लताड़ पिलाते हुए कहा कि सरकार आपको कितना बजट देती है आखिर जाता कहां है, आपके पास गद्दे और बेडशीट हैं तो समय पर बदलते क्यों नहीं। यहां मरीज स्वस्थ्य होने के लिए आता है, लेकिन ऐसे हालात में और बीमारी हो सकती है।
Source: Sirohi News